नई दिल्ली । बिहार में महागठबंधन की सरकार बन गई है। इस बीच बिहार के सियासी गलियारों में चर्चा आम है कि नीतीश जल्दी ही तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद की कमान सौंप कर राष्ट्रीय राजनीति की ओर कदम बढ़ने वाले हैं। चल रही कयासबाजियों में यह भी चर्चा आम है कि सोनिया गांधी ने भी नीतीश कुमार के नाम पर सहमति दे दी है कि वे जल्दी ही दिल्ली पहुंचकर विपक्षी दलों को एकजुट करने वाले हैं। मगर बिहार कांग्रेस के नेताओं ने जो बयान जारी किया है इससे नीतीश कुमार को लेकर ऐसी राजनीतिक चर्चाओं को बड़ा झटका माना जा रहा है। दरअसल, कांग्रेस नेताओं ने साफ कर दिया है कि नीतीश कुमार कांग्रेस की ओर से पीएम पद के उम्मीदवार नहीं होने वाले हैं।
बिहार कांग्रेस के नेता कन्हैया कुमार, बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास और बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कई मुद्दों पर अपनी राय व्यक्त की। इस क्रम में झा ने स्पष्ट तौर पर कहा, हमने कभी भी नहीं कहा कि नीतीश कुमार हमारे पीएम पद के उम्मीदवार हैं, हमारे पीएम पद के उम्मीदवार राहुल गांधी हैं।
इस दौरान बिहार के कानून मंत्री कार्तिक कुमार पर बोलेते हुए कन्हैया कुमार ने उनका बचाव किया। कन्हैया ने कहा, राजनीति में कौन ऐसा नेता है जिस पर मुकदमा नहीं। क्या सारे मुकदमें सही होते हैं कन्हैया कुमार ने बिहार में महागठबंधन की सरकार पर कहा कि सिर्फ सरकार गठन से कुछ नहीं होगा। हमारी ये जिम्मेवारी है कि जो घोषणाएं चुनाव के दौरान की है उन घोषणाओं को लागू करना ही पड़ेगा।