नई दिल्ली । कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर लोगों की व्यापक पैमाने पर प्रतिक्रिया आई है। इसे वोटों में तब्दील करना अगली चुनौती है और यह स्वत: नहीं होगा। थरूर ने यह भी कहा कि यात्रा की सफलता से सरकार हिल गई है और उसके द्वारा लिखे गए उस पत्र से संकेत मिल रहा है कि वह इसकी सफलता को लेकर बेहद चिंतित है जिसमें कोविड -19के उपस्वरूप से उत्पन्न खतरों की चेतावनी दी गई है जो चीन से आया हो सकता है। थरूर ने हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ा था लेकिन वह चुनाव मल्लिकार्जुन खरगे से हार गए थे। थरूर ने कहा कि उनकी पार्टी को 2024 के आम चुनाव में चुनौती पेश करने के लिए अन्य दलों विशेष रूप से क्षेत्रीय दलों को साथ लेने की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि उनका स्वयं का मानना यह है कि उनका जिस तरीके से लोगों द्वारा स्वागत किया जा रहा है वह उनकी छवि के लिए बहुत लाभकारी है। अब इसे वोटों में बदलना अगली चुनौती है और यह स्वयं से नहीं होगा। कोविड-19 के यात्रा के लिए खतरा उत्पन्न करने के बारे में पूछे जाने पर थरूर ने कहा कि यह यात्रा 26 जनवरी को समाप्त हो जाएगी और अब तक विशेषज्ञों से आने वाले संदेश काफी आश्वस्त करने वाले हैं। उन्होंने कहा ‎कि चीन में काफी क्षति पहुंचाने वाले स्वरूप की पहचान भारत में जून-जुलाई में पहले ही की जा चुकी है और कोई बड़ी आपदा नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि देश को अभी भी सतर्क रहने की जरूरत है। थरूर ने कहा ‎कि सरकार हिल गई है राहुल को पत्र लिखकर यह कहना कि कोविड ने यात्रा को खतरनाक बना दिया था एक संकेत है कि वह उसकी सफलता को लेकर बेहद चिंतित है।
इस हफ्ते की शुरुआत में कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि सरकार भारत जोड़ो यात्रा को रोकने के बहाने के रूप में कोविड का इस्तेमाल कर रही है। थरूर ने कांग्रेस पार्टी की पहले की शिकायतों की ओर भी इशारा किया कि यात्रा में भाग लेने वालों से गुप्तचर ब्यूरो ने पूछताछ की थी। उन्होंने कहा ‎कि मुझे आशा है कि यह दोहराया नहीं जाएगा क्योंकि हम हरियाणा उत्तर प्रदेश और कश्मीर में आगे बढ़ रहे हैं। थरूर ने यह भी कहा कि हालांकि उनका मानना है कि कांग्रेस विपक्षी दलों के बीच सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरेगी फिर भी उसे 2024 के आम चुनावों से पहले अन्य विपक्षी दलों के साथ गठजोड़ की जरूरत होगी। पूर्व मंत्री थरूर ने कहा ‎कि अगर हम अगली बार देश को एक वैकल्पिक सरकार की पेशकश करते हैं तो विपक्षी एकता बहुत वांछनीय है।