उज्जैन. हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। ये तिथि महीने के दोनों पक्षों में आती है। इस तरह साल में कुल 24 एकादशी आती है। हर एकादशी का अपना एक अलग नाम और महत्व रहता है।

इसी क्रम में अगहन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोक्षदा एकादशी (Mokshada Ekadashi 2022 Upay) कहते हैं। इस बार मोक्षदा एकादशी को लेकर ज्योतिषियों में मतभेद है। अधिकांश ज्योतिषियों का कहना है कि इस बार मोक्षदा एकादशी 3 दिसंबर को रहेगी, जबकि कुछ का मानना है ये व्रत 4 दिसंबर को किया जाएगा। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, इस तिथि पर कुछ विशेष उपाय किए जाएं तो कई परेशानियों से बचा जा सकता है। आगे जानिए इन उपायों के बारे में.

मंत्रों का जाप करें
मोक्षदा एकादशी पर भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करना बहुत ही शुभ माना जाता है और इससे कई तरह की परेशानियां भी अपने आप ही दूर हो जाती हैं। मंत्र जाप के पहले भगवान विष्णु की पूजा भी जरूर करनी चाहिए। जाप के लिए तुलसी की माला उपयुक्त रहती है। ये हैं मंत्र-
- ऊं नमो भगवते वासुदेवाय
- ऊं विष्णवे नम:
- ऊं हूं विष्णवे नम:
- ऊं नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।

केले के पेड़ की पूजा करें
एकादशी पर केले के वृक्ष की पूजा करना बहुत ही शुभ माना जाता है। केले के वृक्ष गुरु ग्रह से संबंधित है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में गुरु ग्रह अशुभ स्थिति में हो तो विवाह में बाधाएं आती हैं, ऐसे लोगों को एकादशी पर केले के वृक्ष की पूजा जरूर करनी चाहिए और हल्दी मिश्रित जल चढ़ाना चाहिए। इससे इनके विवाह के योग बन सकते हैं।

भगवान विष्णु का अभिषेक करें
एकादशी तिथि पर भगवान विष्णु का अभिषेक केसर मिश्रित दूध से करना चाहिए। दूध गाय का हो तो उत्तम रहता है। भगवान को अभिषेक करते समय ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नम: मंत्र का जाप भी करते रहें। अगर आप धन लाभ की इच्छा रखते हैं तो भगवान विष्णु के साथ-साथ देवी लक्ष्मी का अभिषेक भी करें।

पीली वस्तुओं का दान करें
मोक्षदा एकादशी पर भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए पीले वस्तुओं जैसे केले, नारंगी आदि चीजों का दान करें। किसी योग्य ब्राह्मण को पीले वस्त्रों का दान करें। किसी मंदिर में केसरिया ध्वज का दान करें। इन छोटे-छोटे उपायों से भी आपकी मनोकामना पूरी हो सकती है।

ये उपाय भी करें
मोक्षदा एकादशी पर किसी गौशाला में गाय के चारे के लिए पैसों का दान करें। अगर ये संभव न हो तो किसी एक गाय को भी हरा चारा खिला सकते हैं। मछलियों के लिए तालाब में आटे को गोलियां बनाकर डालें। पक्षियों के लिए छत पर अनाज और पानी रखें।