अडानी विल्मर का तीन दिवसीय आरंभिक सार्वजनिक निर्गम IPO कल 27 जनवरी को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। अडानी विल्मर आईपीओ का प्राइस बैंड 218-230 प्रति शेयर तय किया गया है और कंपनी का इश्यू साइज 3,600 करोड़ रुपये का होगा। बता दें कि इस आईपीओ में निवेशक 31 जनवरी 2022 तक बोली लगा सकते हैं। इस आईपीओ में सभी फ्रेश शेयर्स होंगे। अडानी विल्मर का शेयर प्रीमियम (जीएमपी) आज ग्रे मार्केट में 45 रुपये पर स्थिर बना हुआ है। कंपनी के शेयर 8 फरवरी, 2022 को एनएसई और बीएसई दोनों में लिस्ट होंगे। 

“अडानी विल्मर के पास मजबूत ब्रांड रिकॉल, व्यापक डिस्ट्रीब्यूशन, बेहतर वित्तीय ट्रैक रिकॉर्ड और हेल्दी ROE है। सभी सकारात्मक कारकों को ध्यान में रखते हुए, हमारा मानना ​​है कि यह वैल्युएशन रिजनबले लेवल पर है। इस प्रकार, इन सभी बातों को ध्यान रखते हुए हम इस इश्यू सब्सक्रिप्शन को 'रेटिंग' की सलाह देते हैं। वहीं, एंजेल वन ने कहा कि कच्चे माल की कीमतों में अस्थिरता और प्रतिस्पर्धा में वृद्धि कंपनी की लाभप्रदता को प्रभावित कर सकती है।

कंपनी ने IPO के लिए एक लॉट में 65 शेयरों को रखा है। मतलब ये कि निवेशक कम से कम 65 इक्विटी शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं।  इस आईपीओ के एक निवेशक काम से काम एक लॉट और अधिक से अधिक 13 लॉट के लिए आवेदन कर सकता है। यानी रिटेल निवेशक न्यूनतम 14,950 रुपये प्रति लॉट का निवेश कर सकते हैं और उनका अधिकतम निवेश 13 लॉट के लिए 1,94,350 रुपये देने होंगे। शेयरों का आवंटन 3 फरवरी 2022 को हो सकता है। जिन निवेशकों को शेयर्स अलॉट नहीं होंगे उन्हें 4 फरवरी को रिफंड मिल जाएगा। अडानी विल्मर, गौतम अडानी के नेतृत्व वाले ग्रुप अडानी ग्रुप और सिंगापुर के विल्मर समूह के बीच 50:50 की जॉइंट वेंचर कंपनी है। कंपनी फॉर्च्यून ब्रांड के तहत खाना पकाने के तेल बेचती है। खाना पकाने के तेल के अलावा यह चावल, गेहूं का आटा और चीनी जैसे खाद्य उत्पाद बेचता है। यह साबुन, हैंडवाश और सैनिटाइज़र जैसे गैर-खाद्य उत्पाद भी बेचता है।