नई दिल्ली । केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के कोने-कोने में 500 विशाल राष्ट्रीय ध्वज लगाने का अपना वादा आज पूरा कर दिया। सीएम अरविंद केजरीवाल ने 166 फीट ऊंचा 500वां तिरंगा फहराते हुए कहा कि हमने दिल्ली में इतने तिरंगे लगाने का प्रण लिया था कि अगर कोई दिल्लीवासी अपने घर से बाहर निकले तो उसको कहीं न कहीं एक तिरंगा जरूर दिखाई देना चाहिए। आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर हमें यह प्रण लेना है कि हम भारत को दुनिया का नंबर वन देश बनाकर रहेंगे। हमें देश में ऐसी व्यवस्था बनानी पड़ेगी कि हर बच्चे को अच्छी शिक्षा, हर व्यक्ति को अच्छा इलाज और रोजगार का मौलिक अधिकार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारा देश परिवारवाद और दोस्तवाद की वजह से पीछे रह गया। इसे खत्म करना होगा और अब देश के अंदर भारतवाद होगा। देश में एक पार्टी ऐसी है, जिसने सरकारी पैसा केवल एक परिवार के लिए लुटा दिया और दूसरी पार्टी ऐसी है, जिसने सरकारी पैसा अपने दोस्तों के लिए लुटा दिया। अब सरकारी पैसा रोजगार, बच्चों को मुफ्त शिक्षा और सबको चिकित्सा दिलाने पर खर्च किया जाएगा। मुफ्त शिक्षा व इलाज की सुविधा देना फ्री-बी नहीं है, अपने दोस्तों के 10 लाख करोड़ रुपए के कर्जे माफ करना फ्री-बी है।

भगवान करें कि हमारा तिरंगा हमेशा ही बुलंदियों पर लहराता रहे और तिरंगे की आन-बान-शान के लिए हमें अपनी जान भी न्यौछावर करनी पड़े, तो छोटी बात होगी : अरविंद केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर पूरी दिल्ली में जगह-जगह 500 विशाल तिरंगे लगाने का वादा किया था। आज यह वादा पूरा हो गया। मुख्यमंत्री श्री  अरविंद केजरीवाल ने आज पटपड़गंज में स्थापित 166 फीट ऊंचा 500वां तिरंगा फहराकर इस वादे को पूरा किया। इस दौरान सीएम श्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आजादी की 75वीं सालगिरह सभी देशवासियों को मुबारक हो। अभी हम जब अपने राष्ट्रीय ध्वज को उपर चढ़ते हुए देख रहे थे, तो उस वक्त कितना शानदार दृश्य था। भगवान करें, हमारा यह तिरंगा हमेशा के लिए ऐसे ही बुलंदियों पर रहे और ऐसे ही लहराता रहे और इस तिरंगे की आन-बान-शान के लिए अगर हमें अपनी जान भी न्यौछावर करनी पड़े, तो छोटी बात होगी। एक साल पहले, हम लोगों ने प्रण लिया था कि दिल्ली के अंदर इतने तिरंगे लगाएंगे कि अगर कोई दिल्ली वासी अपने घर से बाहर निकल कर सब्जी, दूध लेने या दफ्तर के लिए निकलेगा, तो उसको कहीं न कहीं एक तिरंगा जरूर दिखाई देना चाहिए। हमारा मकसद था कि लोग जब अपने घर से निकलें, तो दिन में तीन या चार बार उनको तिरंगे दर्शन हो जाएं। जब हम तिरंगा देखते हैं, तो दिल के अंदर धक-धक होती है। देशभक्ति जागती है। देश के लिए कुछ कर गुजरने की इच्छा जागती है। आदमी कुछ गलत काम कर भी रहा हो, तो एक बार हिचक जाता है कि देश के लिए मेरे को यह नहीं करना चाहिए। इस भावना से हमने यह शुरू किया। मुझे बड़ी खुशी है कि आज पूरी दिल्ली में 500 तिरंगे लग चुके हैं।

अगर दिल्ली में सरकारी स्कूल अच्छे और शानदार हो सकते हैं, तो पूरे देश में भी हो सकता है : अरविंद केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर हमें एक प्रण और लेना है कि हम अपने भारत देश को दुनिया का नंबर वन देश बनाकर रहेंगे। 75 साल में कई ऐसे देश हैं, जो हमारे बाद आजाद हुए, लेकिन हमसे आगे निकल गए। कई ऐसे देश हैं, जो द्वितीय विश्व युद्ध में ध्वस्त हो गए। द्वितीय विश्व युद्ध में जापान, जमर्नी खत्म हो गए थे, लेकिन हमसे आगे निकल गए। हमसे आगे क्यों निकल गए, हम में क्या कमी है। हमारे पास सबकुछ है। दुनिया के सबसे अधिक बुद्धिमान लोग भारत में रहते हैं। सबसे मेहनती लोग भारत में रहते हैं, फिर भी हम पीछे क्यों रह गए? इसीलिए आजादी की इस 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर हम सब लोगों को प्रण लेना है कि हमें जो भी करना पड़े, हम अपने देश को आगे बढ़ाएंगे। हमारा देश कैसे आगे बढ़ेगा? हमारे देश के अंदर आज इतने सारे बच्चे हैं, उनको अच्छी शिक्षा नहीं मिलती है, क्योंकि वो गरीबों के बच्चे हैं। पूरे देश के अंदर कई ऐसे सरकारी स्कूल हैं, जिनका बेड़ा गर्क है। कई ऐसे सरकारी स्कूल हैं, जो बिल्कुल खंडहर बने पड़े हैं। दिल्ली में भी पहले यही हाल था। हमने दिल्ली में सभी सरकारी स्कूल अच्छे और शानदार कर दिए। अगर दिल्ली में सरकारी स्कूल अच्छे और शानदार हो सकते हैं, तो पूरे देश में भी हो सकता है।

हमने दिल्ली के सरकारी अस्पतालों को शानदार कर दिया, बाकी देश में सरकारी अस्पतालों में इलाज के नाम पर कुछ नहीं मिलता है : अरविंद केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज हमें प्रण लेना है कि देश के अंदर हमें ऐसी व्यवस्था कायम करनी पड़ेगी कि इस देश के अंदर पैसा होने वाले एक-एक बच्चे को अच्छी और शानदार शिक्षा मिलनी चाहिए। चाहे वो अमीर का बच्चा हो या फिर गरीब का बच्चा हो। आज 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर हमारे देश के एक-एक इंसान को, एक-एक भारतवासी को अच्छे से अच्छा इलाज मिलना चाहिए। हमने दिल्ली के सरकारी अस्पतालों को तो बहुत अच्छे कर दिए, बाकी देश भर में जो सरकारी अस्पताल हैं, उनमें इलाज के नाम पर कुछ नहीं मिलता है। हमें ऐसी व्यवस्था कायम करनी है कि देश के हर गरीब-अमीर आदमी को अच्छे से अच्छा इलाज मिलना चाहिए। आज इतने लोग बेरोजगार घूम रहे हैं और बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। जब तक हम अपने हर युवा की उर्जा का इस्तेमाल नहीं करेंगे, हर युवा को अच्छा रोजगार नहीं दिला पाएंगे, तब तक देश आगे नहीं बढ़ सकता। आज आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर हमें यह सारे प्रण लेने हैं।

देश में गरीबों के बच्चो को अच्छी शिक्षा नहीं मिलती है, अगर सरकारी स्कूल भी बंद कर दिए, तो देश में 70 से 80 फीसद बच्चे अनपढ़ रह जाएंगे : अरविंद केजरीवाल
मुख्यमंत्री  अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मेरे को दुख होता है कि कुछ लोग आजकल कह रहे हैं कि गरीबों को जो फ्री शिक्षा मिल रही है, यह बंद होनी चाहिए। मैं सोच रहा था कि एक रिक्शेवाला, मजूदर, ड्राइवर या एक गरीब आदमी इतना भी नहीं कमा पाता है कि वो दो वक्त की भरपेट रोटी खा ले। वो कह रहे है कि गरीबों को फ्री-बी दी जा रही है। मेरे को तो समझ नहीं आता कि यह फ्री-बी होती क्या है? वो कह रहे हैं कि गरीबों को फ्री शिक्षा नहीं मिलनी चाहिए। या तो सरकारी स्कूलों को बंद कर दिया जाए या फिर सरकारी स्कूलों में फीस लगा दी जाए। अगर सरकारी स्कूलों में फीस लगा दिए जाएंगे, तो गरीब बच्चे कहां जाएंगे। वैसे ही हमारे देश के अंदर गरीबों के बच्चो को ठीक से शिक्षा नहीं मिलती है। अगर सरकारी स्कूल भी बंद कर दिए, तो हमारे देश में 70 से 80 फीसद बच्चे अनपढ़ रह जाएंगे। यह बिल्कुल नहीं होना चाहिए। आज आजादी के 75 साल के अवसर पर हमें कसम खानी है कि हमारे देश के हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिलनी चाहिए। चाहे गरीब का बच्चा हो या अमीर का हो। दुनिया में 39 अमीर देश ऐसे हैं, जहां सभी बच्चों को फ्री में अच्छी शिक्षा मिलती है। वो अमीर देश कैसे बने? वो इसीलिए अमीर देश बने, क्योंकि उन्होंने अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दी। वहीं, हम कह रहे हैं कि अपने बच्चों की शिक्षा बंद कर देंगे। सरकारी स्कूल बंद कर देंगे। बच्चों को पढ़ाने के पैसे लेंगे। यह क्या बात हुई। अब यह बात चल रही है कि सारे सरकारी अस्पताल बंद कर देने चाहिए। गरीबों से दवाइयों और इलाज के पैसे लेने चाहिए। एक गरीब आदमी के घर में किसी को गंभीर बीमारी हो गई, तो वो इलाज ही नहीं करा पाएगा। यह नहीं होना चाहिए। हमारे देश में पैदा होने वाले हर भारतवासी के बच्चे को अच्छी शिक्षा का मौलिक अधिकार होना चाहिए। उसके घर के लोगों को इलाज का मौलिक अधिकार होना चाहिए। रोजगार का मौलिक अधिकार होना चाहिए। इसको फ्री-बी या फ्री की रेवड़ियां नहीं कहना चाहिए। हम सब लोगों को मिलकर आज यह प्रण लेना पड़ेगा कि 75 साल बीत गए, अब और नहीं बर्दाश्त करेंगे, अब तो भारत का नंबर वन देश बनाकर रहेंगे।

हमारा देश परिवारवाद और दोस्तवाद की वजह से पीछे रह गया, इसे खत्म करना होगा और अब देश के अंदर भारतवाद होगा : अरविंद केजरीवाल
इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारे देश को आजाद हुए 75 साल हो गए। इस वक्त हमें यह भी सोचने की जरूरत है कि पिछले 75 साल में बहुत सारे देश हमसे आगे निकल गए, हमारा देश पीछे क्यों रह गया। हमारा देश परिवारवाद और दोस्तवाद की वजह से पीछे रह गया। देश में एक पार्टी ऐसी है, जिसने केवल और केवल एक परिवार के लिए काम किया। सारा सरकारी पैसा केवल एक परिवार के लिए लुटा दिया। दूसरी पार्टी ऐसी है, जिसने केवल अपने दोस्तों के लिए काम किया। सारा पैसा अपने दोस्तों के लिए लुटा दिया। आज आजादी के 75 साल पूरे होने के अवसर पर हमें प्रण लेना पड़ेगा कि अब इस देश से परिवारवाद खत्म करना है। दोस्तवाद खत्म करना है। अब सरकारी पैसा परिवार और दोस्तों के उपर खर्च नहीं किया जाएगा, अब सरकारी पैसा गरीब जनता के बच्चों की शिक्षा पर खर्च किया जाएगा। अब सरकारी पैसा गरीबों के बच्चों को रोजगार दिलाने पर किया जाएगा। अब सरकारी पैसा लोगों को मुफ्त चिकित्सा दिलाने पर खर्च किया जाएगा। अब इस देश के अंदर भारतवाद होगा, परिवार और दोस्तवाद को खत्म किया जाएगा।

पूरे देश में सबके उपर इनकम टैक्स, ईडी और सीबीआई की रेड हो रही है, लेकिन इनके दोस्तों पर रेड नहीं हो रही है : अरविंद केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने फ्री-बी के सवाल पर कहा कि मुफ्त शिक्षा देना फ्री-बी नहीं है। लोगों का मुफ्त इलाज करना फ्री-बी नहीं है। यह किसी भी जिम्मेदार सरकार का काम है। अपने दोस्तों के 10 लाख करोड़ रुपए के कर्जे माफ करना, यह फ्री-बी है। अपने दोस्तों के टैक्स माफ करना, यह फ्री-बी है। हम देख रहे हैं कि पूरे देश के अंदर सबके उपर इनकम टैक्स की रेड हो रही है। सब पर ईडी और सीबीआई की रेड हो रही है, लेकिन इनके दोस्तों पर रेड नहीं हो रही है। पहले एक परिवार के लिए देश चल रहा था, अब कुछ दोस्तों के लिए देश चल रहा है। बच्चों को पढ़ा रहे हैं, तो ये कह रहे हैं कि फ्री-बी हो रहा है। बच्चों को शिक्षा देना किसी भी सरकार का धर्म है और इसको फ्री-बी नहीं कहा जा सकता है।

दिल्ली में जब भी कोई व्यक्ति सड़क पर निकले तो उसे आसमान में शान से लहराते हुए तिरंगे दिखें : मनीष सिसोदिया
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा आजादी के 75वीं वर्षगांठ पर आसमान में शान से लहराते 500 तिरंगा स्थापित करने का जो कार्यक्रम शुरू किया गया था, उसका 500वां तिरंगा पटपड़गंज में लगना और मुख्यमंत्री जी द्वारा इसका ध्वजारोहण करना हम सभी के लिए बेहद सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के नेतृत्त्व में ‘आप’ की सरकार दिल्ली में ऐसे काम कर रही है जिससे तिरंगे की आन-बान-शान बढ़ती है। वह चाहे शिक्षा-स्वास्थ्य, फ्री बिजली-पानी आदि का काम हो, सरकार ने हर नागरिकों तक यह सुविधाएं पहुंचा कर तिरंगे की शान को बढाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि हम आजादी के 75वें वर्षगांठ का जश्न मना रहे है। ऐसे में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी ने कहा है कि ‘हर हाथ तिरंगा’ हो, हम उनके इस संकल्प को 14 अगस्त की शाम 5 बजे हाथ में तिरंगा थामे राष्ट्रगान गाते हुए पूरा करेंगे। मुख्यमंत्री जी का निर्देश है कि सिर्फ हर हाथ तिरंगा नहीं, हर निगाह में भी तिरंगा हो। जब भी कोई दिल्ली वाला या दिल्ली में आने वाला व्यक्ति सड़क पर निकले तो उसे आसमान में शान से लहराते हुए तिरंगे दिखें। दिल्ली में हर ओर तिरंगा लगाकर हमने इसे पूरा करने का काम किया हैद्य

हम सभी यह संकल्प लेते है कि मन, वचन, वाणी व कर्म से ऐसा कोई भी काम नहीं करेंगे, जिससे हमारे तिरंगे की आन-बान-शान में कोई कमी आए : मनीष सिसोदिया
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि यह वही तिरंगा है, जिसे लहराता देखकर हमारी नसों में खून की रफ़्तार बढ़ जाती है। यह वही तिरंगा है जिसे राजपथ पर, लालकिले पर, फौजी भाइयों के हाथों टाइगर हिल और हिमालय की दुर्गम ऊंचाइयों पर, अंतरिक्ष में राकेश शर्मा के हाथों में देखकर, बर्मिंघम में रवि दहिया, पीवी सिंधु जैसे देश के बेटे-बेटियों के हाथों में देखकर मन देशभक्ति से भर जाता है। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई में हमारा तिरंगा इस स्वरुप में तो नहीं था, लेकिन इसने हमारे स्वतंत्रता सेनानियों का मनोबल बढ़ाने का काम किया। जब इसे मैडम भिकाजी कामा द्वारा बर्लिन में फहराया गया तो सारी दुनिया में भारत की आजादी का माहौल तैयार हुआ। यह वही तिरंगा है, जिसे नेहरु जी ने रावी के तट पर लहराया तो पूर्ण स्वराज का संकल्प पैदा हुआ। उन्होंने कहा कि आज भी जब तिरंगे में लिपटा शहीद का पार्थिव शरीर उसके गांव में आता है, तो पूरा आसमान भारत माता की जय के नारे से गुंजायमान हो जाता है और शहीद का बलिदान उच्च शहादत में बदल जाता है। उन्होंने कहा कि आज हम सभी इस गौरवमय तिरंगे को गौरवमय सलाम कर संकल्प लेते है कि मन, वचन, वाणी व कर्म से ऐसा कोई भी काम नहीं करेंगे, जिससे हमारे तिरंगे की आन-बान-शान में कोई कमी आए।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने लहराया तिरंगा
कार्यक्रम के दौरान मंच से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तिरंगा लहराया। इस दौरान डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, मौके पर मौजूद सभी विधायक और अन्य सैकड़ों लोगों ने तिरंगा लहराया। इस दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा रिमोर्ट द्वारा फहराया गया 166 फीट ऊंचा विशाल तिरंगा धीरे-धीरे अपनी ऊंचाई पर पहुंचा और पूरा माहौल देशभक्ति से साराबोर हो गया। 166 फीट की ऊंचाई पर 40X60 फीट आकार का यह राष्ट्रीय ध्वज अपनी पूरी शान से लहरा रहा है, जो उस रास्ते से गुजरने वाले लोगों को गर्वांवित करता रहेगा। इस दौरान राष्ट्रगान भी हुआ।

केजरीवाल सरकार ने पूरी दिल्ली में 500 विशाल तिरंगे लगाने का लक्ष्य किया पूरा
दिल्ली विधानसभा में वर्ष 2021-22 का बजट पेश करने के दौरान शहीदों की याद में और उनके सपनों को आगे बढ़ाने के संकल्पों के साथ स्वतंत्रता के 75वें वर्ष को धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया गया था। तब दिल्ली सरकार ने यह योजना बनाई थी कि हमारी पहचान का सबसे बड़ा प्रतीक राष्ट्रध्वज पूरी दिल्ली में 500 स्थानों पर स्थापित किया जाए। पूरे शहर को इस तरह से सजाया जाए कि हर एक-दो किलोमीटर की दूरी पर हमारा राष्ट्रीय ध्वज लहराता हुआ दिखाई दे। दिल्ली सरकार ने इस परियोजना के लिए 104 करोड रुपए स्वीकृत किए। तिरंगे लगाने का कार्यक्रम नवंबर 2021 में शुरू किया गया। इसमें से 480 राष्ट्रीय ध्वज 115 फीट ऊंचे हैं। आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा जो तिरंगा फहराया गया है, वो 166 फुट ऊंचाई का है। तिरंगा लगाने के दौरान कई चुनौतियों का सामना भी करना पड़ा। इसके लिए उपयुक्त स्थान की पहचान करना, दिल्ली सरकार के अधिकार क्षेत्र से बाहर के निकायों एनओसी प्राप्त करना, यातायात पुलिस से अनुमति प्राप्त करना, राष्ट्रीय ध्वजों के लिए बिजली का कनेक्शन देना और पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था करना आदि चुनौतियों का समाना करना पड़ा। स्थापित राष्ट्रीय ध्वज को ऊपर उठाने और नीचे करने के लिए तकनीक का प्रयोग किया गया है। 115 फुट और 166 फीट ऊंचे ध्वज स्तंभों पर राष्ट्रध्वज का आकार क्रमशः 24X36 फीट और 40X60 फीट है। इसका वजन क्रमशः 13 किलोग्राम और 36 किलोग्राम है। इसके रखरखाव के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निर्देश पर तिरंगा सम्मान समिति का गठन किया गया है। यह समिति प्रत्येक राष्ट्रीय ध्वज की नजदीक से देखभाल करेगी और किसी तिरंगे के रखरखाव की समस्या के लिए पीडब्ल्यूडी को सूचित करती रहेगी।

कोरोना के मामले बहुत ही माइल्ड हैं, किसी को घबराने की जरूरत नहीं- अरविंद केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोविड-19 के बढ़ते मामले पर कहा कि कोविड-19 जो बढ़ रहा है, हम उस पर नजर रखे हुए हैं। अगर कोई भी कदम उठाने की जरूरत पड़ेगी, हम उठाएंगे। लेकिन मामले बहुत ही माइल्ड हैं। कोरोना ग्रसित लोगों को मामूली सा बुखार है। इसलिए किसी को घबराने की जरूरत नहीं है।