भोपाल ।  मध्यप्रदेश में योग आयोग बनेगा। इसकी पूरी तैयारी कर ली है, जल्द ही कार्य शुरू कर दिए जाएंगे। साथ ही स्कूलों में भी योग की शिक्षा दी जाएगी। इससे बच्चों को लाभ मिलेगा। यह घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर मंगलवार को मुख्यमंत्री निवास स्थित पंडाल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान की। मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि रोज अपने लिए 45 मिनट का समय निकालें। योग का मतलब शरीर का व्यायाम नहीं है, बल्कि मन, बुद्धि, तन आदि का शुद्धिकरण है। प्रणायाम से अपनी सांस पर नियंत्रण कर सकते हैं और शरीर को अपने अनुकूल बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले साल कोविड हुआ, लेकिन योग व प्रणायाम से इसपर नियंत्रण पाया गया। मैं भी कोविड संक्रमित हुआ, लेकिन योग से उस पर जल्द नियंत्रण पाया । मेरा आक्सीजन लेवल भी सामान्य रहा। योग के कारण ही कोविड आया और छूकर चला गया। फेफड़ों तक कोविड पहुंचा ही नहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब दूसरी लहर आई तो हमने तय किया कि आइसोलेशन वाले मरीजों को आनलाइन योग करवाया जाए। इससे कई लोग घर में स्वस्थ हो गए। इसका फायदा भी मिला। कई कोविड के मरीज काढ़ा से ठीक हुए। उसमें गिलोय आदि कई जड़ी-बूटियां होने के कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा रहा और लोग स्वस्थ हैं। उन्होंने कहा कि पांच चीजें करें। कुछ चुने हुए आसन करें। प्रणायाम करें।, स्नान कर ध्यान करें। प्रार्थना जरूर करें। मैं भी एक बार अपना नाता परमात्मा से जोड़ता हूं, क्योंकि वह पावर बैंक है। मैं यही मांगता हूं कि आज के दिन को सफल बनाएं। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को योग के महत्व और जीवन में सकारात्मक परिणामों के बारे में भी बताया। उन्होंने विद्यार्थियों के साथ योग किया। बता दें कि राजधानी भोपाल में मानसून आने के बाद हुई तेज वर्षा और मौसम के पूर्वांनुमान के अनुसार वर्षा की संभावनाओं को देखते हुए यह निर्णंय लिया गया कि लाल परेड मैदाम में आयोजित योग का कार्यक्रम मुख्यमंत्री निवास स्थित पंडाल में किया जाए।