इंदौर ।   शहर के गुरुनानक नगर में इंजीनियरिंग की छात्रा 25 वर्षीय रिंकी कुशवाह ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मूलत: सतना निवासी रिंकी बीटेक की पढ़ाई करने इंदौर आई थी। पिछले 15 दिन में इलाके में तीसरी छात्रा है, जिसने फांसी लगाकर जान दी है। भंवरकुआं टीआइ शशिकांत चौरसिया के मुताबिक, सतना निवासी संतोष कुशवाह की बेटी रिंकी यहां भाई के साथ रहती थी। मंगलवार रात वह अपने रूम में गई और दुपट्टे से फांसी लगाकर जान दे दी। मध्य रात्रि करीब 12 बजे उसे मृत अवस्था में देख पुलिस को सूचना दी गई। बुधवार को भाई गया प्रसाद भी इंदौर पहुंच गए। रिंकी पढ़ने में होशियार थी। उसने आत्महत्या क्यों की, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है। रूम से सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। पुलिस ने छात्रा के शव का पोस्टमार्टम करवाया।

टीआइ के मुताबिक, 15 दिनों के भीतर इस क्षेत्र में तीन छात्राएं आत्महत्या कर चुकी हैं। 19 मार्च को प्रिया आनंद ने महाराजा रणजीत सिंह कालेज परिसर में बने हास्टल में फांसी लगाई थी। इसके बाद 25 मार्च को शैली सिंह राजपूत ने फांसी लगा ली। वह प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने इंदौर आई थी।

आत्महत्याएं रोकने को अब काउंसलिंग में जुटी पुलिस

पुलिस शहर में छात्र-छात्राओं की ओर से आत्महत्या करने की घटनाओं से चिंतित है। इन पर रोकथाम के लिए पुलिस ने छात्र-छात्राओं की काउंसलिंग करने का निर्णय लिया है। इसके लिए टीमें बनाई गई हैं। हास्टल और कोचिंग सेंटरों में छात्र-छात्राओं से चर्चा करके उनका आत्मबल बढ़ाया जा रहा है। पुलिस की अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं। महिला अधिकारी, टीआइ और काउंसलिंग टीम के लोग कोचिंग सेंटर और हास्टल में जाकर छात्र-छात्राओं को समझा रहे हैं। पुलिस का मानना है कि ज्यादातर घटनाएं प्रेम संबंध और पढ़ाई के तनाव में हो रही हैं।