नई दिल्ली/भोपाल। अगले चार दिन के लिए उत्तर भारत के कई राज्यों में मौसम को लेकर विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग के मुताबिक उत्तर भारत के राज्यों के कई हिस्सों में सबसे घना कोहरा पड़ सकता है। घने कोहरे के चलते जीरो विजिबिलिटी रहने की संभावना जताई गई है। इसके अलावा कुछ राज्यों में न्यूनतम तापमान के और कम होने का अनुमान लगाया गया है। विभाग के मुताबिक मंगलवार और बुधवार को उत्तर प्रदेश समेत कुछ राज्यों में बारिश का भी अनुमान है। उसके बाद तेज चलने वाली हवाएं शीत लहर पैदा कर सकती हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक इस हफ्ते शनिवार तक के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। अनुमान के मुताबिक मध्यप्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान,  दिल्ली के बाहरी इलाके समेत बिहार और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में कोहरे की तेजी देखी जा सकती है। पंजाब और हरियाणा समेत उत्तर प्रदेश और बिहार के राज्यों के कुछ हिस्सों में कोहरा बहुत ज्यादा पड़ सकता है। अनुमान यही लगाया जा रहा है कि कोहरा इतना ज्यादा होगा कि उसकी विजिबिलिटी शून्य तक पहुंच सकती है। मौसम वैज्ञानिक डॉ. हरजीत सिंह कहते हैं कि कुछ इलाकों में कम दबाव बना हुआ है, इस वजह से मौसम में कोहरे के बढऩे की यह निरंतरता देखी जा सकती है।
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर भारत के इन्हीं राज्यों में कोहरा लगातार बना हुआ है। कुछ इलाकों में हल्की से लेकर तेज बारिश होने की परिस्थितियां बनी हुई हैं। ऐसे में कोहरे छटने के भी आसार बने हुए थे। मौसम वैज्ञानिक डॉ. हरजीत कहते हैं कि लेकिन पंजाब और हरियाणा के हिस्सों में यह कोहरा फिर भी बना रहेगा। बुधवार से लेकर शनिवार तक का जो येलो अलर्ट जारी हुआ है, उसमें कोहरे की सघनता का अनुमान ज्यादा लगाया गया है। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का कहना है कि कोहरे की अधिकता राष्ट्रीय राजमार्गों पर बहुत ज्यादा देखी जा सकती है। इसलिए संबंधित राज्यों को और मार्ग संचालन से जुड़े महकमे को इस बारे में अवगत भी कर दिया गया है।
वहीं मौसम विभाग के मुताबिक पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के पश्चिमी और पूर्वी इलाकों में अगले चार दिनों के भीतर तापमान तकरीबन एक जैसा ही रह सकता है। आंकड़ों के मुताबिक अभी इन राज्यों में न्यूनतम तापमान औसतन 5 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान औसतन 14 डिग्री सेल्सियस के करीब बना हुआ है। विभाग के वैज्ञानिकों का मानना है कि पंजाब और हरियाणा समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हिस्सों में अधिकतम तापमान में कुछ गिरावट दर्ज हो सकती है। दरअसल पहाड़ों के ऊपरी हिस्सों में हो रही बर्फबारी और चलने वाली हवाओं से मैदानी इलाकों में गलन बढ़ रही है। यही वजह है कि अधिकतम तापमान के कम होने का भी अनुमान लगाया जा रहा है।
विभाग के मुताबिक राजस्थान और पश्चिम मध्यप्रदेश के हिस्सों में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते धूलभरी आंधी का भी अनुमान लगाया जा रहा है। वैज्ञानिकों के मुताबिक इन इलाकों में मंगलवार दोपहर बाद से लेकर बुधवार के बीच में कहीं-कहीं पर तेज बारिश और ओले पडऩे की भी संभावना है। इस दौरान तेज हवाओं की गति से मैदानी इलाकों में ठंड का प्रकोप भी बढ़ेगा। मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल कहते हैं कि जिन इलाकों में ओले पडऩे की संभावना है, वहां पर तेज हवाओं के साथ शीतलहर का प्रकोप देखा जा सकता है। इसके अलावा पहाड़ों पर गिरने वाली बर्फ और चलने वाली हवाओं से मैदानी इलाकों में ठिठुरन बढ़ सकती है।