भोपाल । मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों से पहले आम आदमी पार्टी कांग्रेस और भाजपा के लिए नई मुसीबत खड़ी कर सकती है। दरअसल, अब पार्टी कांग्रेस के वचन पत्र और भाजपा के संकल्प पत्र के आधे अधूरे वादों की सच्चाई और हकीकत बताने जनता के बीच अपनी कार्यकर्ताओं की फौज लेकर पहुंचेगी। इसके साथ के 2023 के विधानसभा चुनावों के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का विजन भी पब्लिक के बीच रखा जाएगा। हालांकि दूसरी ओर कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दल आप पार्टी को भ्रष्ट पार्टी करार देने में जुटे हुए हैं।
आम आदमी पार्टी ने भाजपा और कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए बोला कि भाजपा ने संकल्प पत्र और कांग्रेस ने अपने वचन पत्र का एक भी वादा पूरा नहीं किया है। आम आदमी पार्टी भाजपा और कांग्रेस के घोषणा पत्रों को लेकर आम जनता तक जाएगी और पोल खोल अभियान के जरिए इनकी हकीकत बताएगी। पार्टी प्रवक्ता रमाकांत पटेल ने कहा कि जब जनता विधायकों, मंत्रियों से किए वादे पूरे करने की बात कहती है तो ये आंख दिखाते हैं, लेकिन इन चुनावों में आम जनता को कांग्रेस, भाजपा के बहकावे में नहीं आने देंगे।
आम आदमी पार्टी के आरोपों पर पलटवार करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता मिथुन अहिरवार ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने कभी खुद अपने वादे पूरे नहीं किए। चाहे वह जन लोकपाल बिल की बात हो या दिल्ली में हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगाने की,  भ्रष्टाचार खत्म करने का वादा भी इन्होंने ही किया था। आम आदमी पार्टी को यह बताना चाहिए कि उनके 2 राज्यों में सरकार है और दोनों जगह स्वास्थ्य मंत्री जेल में क्यों है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री पर क्या मामले चल रहे हैं, उन्हें खुद का ट्रैक रिकॉर्ड सामने रखना चाहिए। कमलनाथ सरकार ने जो भी वादे किए वह सारे पूरे करे हैं।
आम आदमी पार्टी के कैंपेन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए भाजपा प्रवक्ता डॉ हितेश वाजपेयी ने कहा कि आम आदमी पार्टी  कसम खाती थी कि हम ऐसा करेंगे- वैसा करेंगे, वह पूरी दुनिया और देश में एक्सपोज हो चुके हैं। शिक्षा की बात करते थे वह शराब पिला रहे हैं और कमीशन खा रहे हैं। हमारी सरकार पर कभी इस तरह का आरोप नहीं लगा। आम आदमी पार्टी ने बहुत चतुराई से आम लोगों की भावनाओं का शोषण  किया है। सबसे भ्रष्ट पार्टी है आम आदमी पार्टी। मध्य प्रदेश में उनकी कोई स्वीकारता नहीं होगी।
मध्य प्रदेश में अब तक चुनावी मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच में ही रहा है, लेकिन साल 2023 का चुनाव रण काफी दिलचस्प हो चुका है, क्योंकि आम आदमी पार्टी के अलावा एआईएमआईएम, जयस, समाजवादी पार्टी ,बसपा समेत अन्य दल भी दम भर रहे हैं। हालांकि यह कहना मुश्किल है कि चुनावों पर यह पार्टीयां  कितना असर डाल पाएंगी, लेकिन भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों को इनसे अपने वोट कटने का खतरा जरूर है।