भोपाल । लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 29 सीटों को जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही भाजपा विधानसभा चुनाव की तरह ही बूथ प्रबंधन पर जोर देगी। इसके लिए पार्टी माइक्रो मैनेजमेंट प्लान पर काम करेंगी। इस संदर्भ में 11 जनवरी को प्रदेश स्तरीय बैठक हो चुकी हैं। अब प्रत्येक लोकसभा की बैठक की जाएगी। संभागवार और जिलेवार बैठकोंं के माध्यम से सभी 29 लोकसभा क्षेत्रों में चुनावी तैयारी की जाएगी। मप्र में संभाग और जिलेवार बैठकें कर भाजपा लोकसभा चुनाव की रणनीति बनाएगी। पार्टी वरिष्ठ पदाधिकारियों को संभाग प्रभारी बनाएगी। यह प्रभारी संभाग की बैठकें करेंगे और हारे हुए विधानसभा क्षेत्र में बूथवार समीक्षा की जाएगी। वहीं भाजपा को जिन बूथों पर अधिक वोट मिले है वहां 10 प्रतिशत अतिरिक्त वोट प्रतिशत बढ़ाने पर जोड़ दिया जाएगा। संभाग के बाद जिलेवार बैठकें होगी और भाजपा शीर्ष नेतृत्व के माइक्रो मैनेजमेंट प्लान के अनुरूप कार्ययोजना बनाकर पार्टी कार्यकर्ता केंद्र सरकार की योजनाओं के माध्यम से आमजन के बीच जाएंगे।
दिसंबर माह में दिल्ली में हुईं भाजपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय पदाधिकारी बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नई रणनीति के तहत लोकसभा चुनाव में जुटने की बात कही थी। इसी नई रणनीति के अनुरूप मध्य प्रदेश भाजपा चुनावी तैयारी में जुटेगी। बता दें कि शाह ने मध्य प्रदेश के नवाचारों की सराहना भी की थी। मध्य प्रदेश में भाजपा की बंपर जीत में प्रदेश के बूथ माडल का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। अब एक बार फिर लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में वोट शेयर बढ़ाने के लिए बूथ प्रबंधन पर जोर दिया जाएगा।
भाजपा का जोर इस बात पर खास तौर है कि रणनीति केवल चुनाव जीतना नहीं, बल्कि उद्देश्य यह हो कि पार्टी को हर वर्ग तक पहुंचना है, जिससे कि दशकों तक भाजपा को कोई हिला न सके। पार्टी का फोकस उन जाति वर्गों की तरफ भी है, जो किसी दल के नेतृत्व से अधिक जुड़ाव रखते हैं और भाजपा को उनकी तुलना में उस वर्ग का कम वोट मिलता है।