भोपाल । ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की अंतरराष्ट्रीय वक्ता और मोटिवेशनल गुरु बीके शिवानी दीदी के शुक्रवार और शनिवार को है अनेक कार्यक्रम हुए। शुक्रवार को विमानतल से वे सीधे राजयोग मोहन लिंक रोड नंबर तीन पर पहुँची । यहाँ पर उनका कार्यक्रम आयोजित किया गया था ।यहीं पर उन्होने वरिष्ठ साहित्यकार और पत्रकार पंकज पाठक की प्रहरी कविता पुस्तक दूसरे किनारे की यात्रा का अवलोकन किया पंकज पाठक ने उन्हें और राजयोग भवन की संचालिका अवधेश दीदी को अपनी पुस्तक भेंट की । शाम को सुख शांति भवन निर्माण में विशाल समुदाय को संबोधित करते हुए शिवानी दीदी ने कहा कि संकल्प से सृष्टि बनती है। सृष्टि से संकल्प नहीं बनता। संकल्प की क्वालिटी डाउन हो गई तो उसका सृष्टि के ऊपर भी असर पड़ गया। दूसरों की गलतियों के लिए अपने भाग्य को कम ना करें। कोई भी हमारे अनुसार परफेक्ट नहीं हो सकता है।

हम पर्फेक्ट दुनिया बना सकते हैं या परफेक्ट माइंड बना सकते हैं? इसके लिए पहली स्टेप है जैसे कोई बात आती है तो उस पर कितना सोचना नहीं कैसा सोचना है यह चेक करो। अपने मन को चुप कराने के लिए 10 सेकंड निकालो। अगर इसके लिए कुछ नहीं किया तो अगले साल तक यह शोर बढ़ता जाएगा। इस समय हम अपने मन के शोर को दबाने के लिए उसको डिस्ट्रैक्ट कर रहे हैं, उसको एड्रेस नहीं कर रहे हैं। क्या हम किसी के गलती के लिए भी अच्छी थॉट क्रिएट कर सकते हैं? क्या हम ऐसा बोल सकते हैं इस बात में मेरा कल्याण है। यह परिस्थिति तूफान नहीं है, यह एक तोहफा है जो मुझे आगे बढ़ाने के लिए आया है।

ब्रम्हाकुमारीज़, सुख शांति भवन के नवनिर्मित अनुभूति सभागार में चल रहे "इमोशनल हीलिंग" नामक इस कार्यक्रम में भोपाल के सभी गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। 2 घंटे से ज्यादा समय तक कोई भी श्रोता अपनी जगह से नहीं हिले। अपने जीवन का प्रबंधन करने वाले सूत्र समझाते हुए आगे शिवानी दीदी ने कहा, परिस्थिति कितनी भी नकारात्मक हो, लेकिन हमें सकारात्मक शब्द बोलने हैं। सकारात्मक शब्द  बोलते-बोलते हमारी ऊर्जा बदलने लगेगी, मन की शक्ति बढ़ने लगेगी।हमारे शब्द ऐसे होने चाहिए जिससे मेरी ही नहीं दूसरों की भी ऊर्जा बढ़े।

हर व्यक्ति, परिस्थिति के लिए मुझे हाई वाइब्रेशन थॉट क्रिएट करने हैं। हमारी सोच उनके भाग्य को बदल सकती है। अपनी सोच को ऊपर उठा कर भी हम दूसरों की हिलिंग कर सकते हैं। हाई एनर्जी शब्दों का उच्चारण होने से वहां की एनर्जी लेवल बढ़ जाती है। हम अपने घर की एनर्जी को हाय एनर्जी बना सकते हैं। जो संकल्प शक्तिशाली होता है उसको वरदान मिलता है संकल्प सिद्धि का। जैसा आप सोचेंगे वैसा होने लगेगा। संकल्प से सृष्टि, संकल्प से सिद्धि यह एक नियम है। हाई वाइब्रेशन थॉट को हम अपनी नॉर्मल थिंकिंग बनाएं। तो कोई भी परिस्थिति का सामना करना सहज लगेगा। जो बात असंभव लगती है उसके लिए सोचिए वह हो चुका है। जो दिख रहा है वह नहीं सोचना है, जो देखना चाहते हैं वह सोचना है। रात को सोने से पहले इसको जरूर करना है। हाई एनर्जी वर्ड्स मन में भर कर सो जाना है।

1 महीने के अंदर आपकी परिस्थितियां बदलती हुई दिखाई देंगी। इसके लिए रोज 8 संकल्प करें। पहला संकल्प मैं शक्तिशाली आत्मा हूं। दूसरा संकल्प मैं शांत हूं, स्थिर हूं। तीसरा संकल्प मैं सदा खुश हूं। चौथा संकल्प मैं निश्चिंत हूं, निडर हूं। पांचवा संकल्प जो आप बनना चाहते हैं वह सोचें। छठा संकल्प मेरा शरीर स्वस्थ है और हमेशा रहेगा। सातवा संकल्प अपने रिश्तो के लिए, मेरा हर रिश्ता प्यार और सम्मान की नींव पर टिका है। आठवां संकल्प परमात्मा की शक्तियां और दुआएं मेरे चारों तरफ सुरक्षा कवच है। रात को सोने से पहले सुबह उठने के बाद और खाना खाने से पहले जरूर इन संकल्पों को दोहराए और अपने जीवन में होने वाले सकारात्मक बदलाव को खुद ही अनुभव करें। केवल 1 महीने में ही आपको इसके परिणाम मिलने लगेंगे।

कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ। कार्यक्रम के अंत में शिवानी दीदी द्वारा सबको राजयोग मेडिटेशन की अनुभूति कराई गई। कल से 3 दिन तक सुबह 7:00 से 8:00 तथा शाम को 6:00 से 7:00 के बीच में राज योग शिविर का आयोजन सुख शांति भवन में किया गया है। सभी इच्छुक जरूर इसका लाभ लें, ऐसा आवाहन ब्रह्माकुमारीज़, सुख शांति भवन की डायरेक्टर बीके नीता दीदी ने किया।