आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कृष्णा जिले के एसआर गुडलावलेरू इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रावास में छात्राओं के वाशरूम में खुफिया कैमरा लगाए जाने के आरोपों की शुक्रवार को जांच के आदेश दिए।

मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि यदि उनके पास घटना के संबंध में कोई साक्ष्य हो तो वे उसे उनके साथ साझा करें। इस घटना को लेकर गुरुवार मध्यरात्रि से सैकड़ों छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

कॉलेज प्रबंधन ने मामले को दबाने की कोशिश की: राज्य मंत्री

मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य के मंत्री के. रविन्द्र ने कृष्णा जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के साथ शुक्रवार को कॉलेज पहुंचे। छात्राओं ने रविंद्र से कहा कि प्रबंधन ने वाशरूम में खुफिया कैमरे पाए जाने के मुद्दे को दबाने का प्रयास किया। इस मामले में शिकायत दर्ज कराने वाली छात्राओं को धमकाया गया। इस मामले में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

छात्रावास में चल रही पूछताछ

पुलिस ने छात्रों और कॉलेज के कर्मचारियों की मौजूदगी में संदिग्धों के लैपटॉप, मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट की जांच की। पुलिस के अनुसार आरोपों का कोई साक्ष्य नहीं मिला। इस बीच कृष्णा जिले में पुलिस ने घटना की जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया। जांच दल ने छात्रावास में पूछताछ शुरू कर दी है। राज्य के मानव संसाधन विकास मंत्री नारा लोकेश ने भी कथित घटना की जांच के आदेश दिए हैं।

पुलिस ने एक छात्र को किया गिरफ्तार

इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई यह घटना शुक्रवार को सामने आई। न्याय के लिए प्रदर्शन कर रहे छात्रों का वीडियो भी गुरुवार देर रात प्रसारित हो गया। आरोप है कि कैमरे के जरिए कुछ वीडियो रिकॉर्ड करके उसे बेच दिए गए। कृष्णन जिले के गुडलावलेरु इंजीनियरिंग कॉलेज में यह घटना घटी है।

300 से अधिक फोटो और वीडियोज लीक: आरोप

इस घटना के सिलसिले में ब्वॉयज हॉस्टल से एक सीनियर छात्र विजय कुमार को गिरफ्तार किया है। वो बीटेक के लास्ट ईयर का स्टूडेंट है। उसका लैपटॉप जब्त कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है। गर्ल्स हॉस्टल के वॉशरूम से 300 से अधिक तस्वीरें और वीडियोज लीक हो गए थे और कुछ छात्राओं ने ये वीडियोज विजय से खरीदे थे।

बता दें कि कुछ दिनों पहले बेंगलुरु के एक थर्ड वेव कॉफी के वॉशरूम में कैमरा मिला था। आरोपी ने वॉशरूम में स्मार्टफोन छिपा रखा था। आरोपी ने फ्लाइट मोड में फोन छिपा रखा था। बाद में पता चला कि फोन एक कर्मचारी का है।