गुना ।   मध्य प्रदेश में गुना जिले के कुंभराज तहसीलदार के सोशल मीडिया पर प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी पर की गई पोस्ट के बाद विवाद छिड़ गया है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने एक्स पर उन्हें नसीहत देते हुए कहा है कि बहनजी 'नौकर' हैं, 'शाह' बनने की कोशिश मत कीजिए। इधर, तहसीलदार ने कहा कि राजस्व महाअभियान के चलते मोबाइल मेरे पास न होकर स्टाफ के पास था। किसी ने पोस्ट के बारे में पूछा, तब आईडी देखी लेकिन ऐसी कोई पोस्ट दिखाई नहीं दी।

दरअसल, सोशल मीडिया पर कुंभराज तहसीलदार अमिता सिंह तोमर की आईडी से यह पोस्ट डाली गई थी, जो बाद में डिलीट भी हो गई। इसमें कहा था कि 'प्रियंका गांधी, कैमरा सामने आते ही मास्क से मुंह छिपाकर लंदन में दारू पी रही हैं। लड़की हूं लड़ सकती हूं लेकिन कोलकाता जाकर ममता से इंसाफ नहीं मांग सकती परंतु दारू पी सकती हूं।' आगे लिखा है कि 'खुलेआम नशा, दारू, बकरे और बीफ मांस खाने वाले दत्तात्रेयी ब्राह्मण राहुल खान एवं वाड्रा परिवार 100 करोड़ हिंदुओं के देश पर राज करने का सपना पाले हुए हैं।' इसके बाद लिखा है कि 'कितनी बेशर्मी से हिंदुओं को जलील करते हैं, हिंसक बताते हैं, बेवकूफ बनाते हैं किंतु 70 साल से हम तुम इनके जाल और चक्रव्यूह से बाहर नहीं आ पाए। पूरे भारत में इनके होर्डिंग लगने चाहिए।'

एक्स हैंडल पर कांग्रेस का जवाब

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि जाहिर है ये विवादास्पद नौकरशाह मोहतरमा अमिता सिंह तोमरजी एक तहसीलदार हैं। अपनी प्रोफाइल पर पोषण विशेषज्ञ लिखती हैं। हकीकत में ये स्वयं मानसिक कुपोषण से ग्रसित हैं।

बलिदानी गांधी परिवार की बेटी प्रियंका गांधी जी को लेकर उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर जो कुछ भी लिखा है, क्या वह उचित है। हालांकि, वे इतनी बहादुर भी हैं कि उसे बाद में डिलीट भी कर दिया। बहनजी, अपनी हैसियत और दायरे में रहकर नौकरशाह बनी रहिए। 'नौकर' हैं, 'शाह' बनने की कोशिश मत कीजिए।

मुझे राजनीति से क्या लेना-देना

वर्तमान में राजस्व महाअभियान 2.0 जारी है। इसके चलते मोबाइल स्टाफ के पास ही था, क्योंकि ओटीपी आदि आते हैं। मुझे राजनीति से क्या लेना-देना है। मुझे तो तब मालूम चला जब किसी ने पोस्ट को लेकर पूछा, लेकिन जब आइडी देखी तो उस पर ऐसी कोई पोस्ट दिखाई ही नहीं दी। श्योपुर में रहते मोबाइल हैक भी हो चुका है, जिसकी एफआईआर भी कराई थी। - अमिता सिंह तोमर, तहसीलदार कुंभराज