भोपाल ।  मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 17 नवंबर को पूर्ण कर लिया गया था, उसके बाद 30 नवंबर को तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए हुए मतदान के साथ ही एग्जिट पोल के आंकड़े आना शुरु हो गए। इन आंकड़ों के आधार पर मध्य प्रदेश में कुछ ने जहां कांग्रेस की सरकार बनने का दावा किया तो वहीं कुछ ने भाजपा की सरकार बरकरार रहने की भविष्वाणी की है। इससे हटकर कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का दावा है कि उनकी पार्टी को 130 सीटें मिल रही हैं, जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि भाजपा स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बना रही है। मतगणना के साथ रिजल्ट 3 दिसंबर को आना है, जिसकी चुनाव आयोग ने पूरी तैयारी कर रखी है। 
पांच राज्यों समेत मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना 3 दिसंबर को होनी है। इससे पहले तेलंगाना विधानसभा चुनाव मतदान होने के साथ ही एग्जिट पोल के नतीजे आने शुरु हो गए थे, जिसमें कांग्रेस और भाजपा को कांटे की टक्कर दिखाते हुए भाजपा की सरकार बनाने के दावे किए गए हैं। एग्जिट पोल पर प्रतिक्रिया देते  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्पष्ट कह दिया है, कि भाजपा स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है। भाजपा के अन्य कद्दावर नेताओं ने भी भाजपा की सरकार बनने का दावा किया है। 
इसके उलट यदि कांग्रेस की बात करें तो पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस को 130 सीटें मिलने का दावा पेश किया है। उनका कहना था कि एग्जिट पोल जो भी कहें, लेकिन यह तय है कि कांग्रेस को 130 सीट से ज्यादा मिलने जा रही हैं। दिग्विजय का कहना है, कि एग्जिट पोल के आंकड़े बहुत ज्यादा डायवर्स हैं इसलिए उन पर कुछ कहा नहीं जा सकता। जीत हार पर यही कह सकते हैं कि मध्य प्रदेश में 130 से ज्यादा सीटें कांग्रेस को मिल रही हैं। प्रदेश में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलेगा। उन्होंने कहा कि मतदाता ने बदलाव की भावना के साथ वोटिंग की है, जिसका लाभ कांग्रेस को मिलना है। 
इससे विपरीत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है, कि यह कहना गलत है कि प्रदेश में कांटे की टक्कर है। उन्होंने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी भारी बहुमत से जीत कर आ रही है। शिवराज को भरोसा है कि लाड़ली बहनों ने सभी कांटे निकाल दिए हैं। इसलिए भाजपा की जीत पक्की है। उन्होंने कहा कि इस बार मतदान केंद्रों में पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं की लाइनें ज्यादा बड़ी थीं और यही बहन-बेटियां उनकी जीत का कारण बनने जा रही हैं। बहरहाल एग्जिट पोल और नेताओं के दावे अपनी जगह हैं और चुनाव परिणाम अपनी जगह, जो कि 3 दिसंबर को सभी के सामने आने वाले हैं। इसके बाद तय हो जाएगा कि कौन सत्ता में रहेगा और कौन विपक्ष की भूमिका निभाएगा।