इस्लामाबाद | पाकिस्तान इस समय अभूतपूर्व आर्थिक संकट से गुजर रहा है। विदेशी मुद्रा भंडार में सिर्फ तीन अरब अमेरिकी डॉलर ही शेष हैं। दूसरी ओर, आतंक की ताजा लहर ने देश की सुरक्षा व्यवस्था की नींव हिलाकर रख दी है। सोमवार को अशांत बलूचिस्तान प्रांत के हरनोई जिले के खोस्त इलाके में एक खदान में अज्ञात हमलावरों ने हमला कर दिया। इसमें चार कोयला श्रमिकों की मौत हो गई। जबकि तीन अन्य घायल हो गए। स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक, यह हमला आतंकी समूहों से जुड़े सदस्यों के द्वारा लक्षित प्रतीत हो रही है।

अधिकारियों के मुताबिक, हथियारबंद लोग तड़के सुबह खदान में घुसे और वहां काम कर रहे खनिकों पर गोलियां चला दीं। गोलीबारी में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हो गए। घायल खनिकों को हरनोई के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने बताया कि संदिग्धों ने 11 कोयला खदानों में आग भी लगा दी।2021 में प्रांत के माच इलाके में एक कोयला खदान से कम से कम 11 श्रमिकों का अपहरण कर लिया गया था और बाद में अलगाववादियों द्वारा उनकी हत्या कर दी गई थी।

उसी साल क्वेटा के पास हरनाक खदान इलाके में एक कोयला खदान में काम करने वाले चार मजदूरों का अपहरण कर लिया गया था और बाद में उनकी हत्या कर दी गई थी।इस्लामिक स्टेट (आईएस) और पाकिस्तानी तालिबान (टीटीपी) से जुड़े विद्रोहियों और आतंकवादियों ने प्रांत में हमले तेज कर दिए हैं। रविवार को बरखान जिले के एक बाजार में हुए बम विस्फोट में पांच लोगों की मौत हो गई थी और 16 अन्य घायल हो गए थे।