मुंबई । बालीवुड एक्ट्रेस  मलाइका अरोड़ा को ने एक इंटरव्यू में कहा कि महिलाओं की हमेशा ही उनकी नेकलाइन और हेमलाइंस के लिए आलोचना की जाती है। मलाइका का मानना है कि ड्रेसिंग एक पर्सनल चॉइस है। दूसरों को यह बताने की बजाय कि क्या कपड़े पहने, लोगों को खुद अपनी जिंदगी जीनी चाहिए और दूसरों को भी जीने देनी चाहिए। 
मलाइका अरोड़ा ने कहा, 'मैं बेवकूफ नहीं हूं। मैं जानती हूं कि मुझ पर क्या अच्छा लगता है। अगर मैं कुछ भी पहन रही हूं और उसमें सहज हूं तो दूसरों को भी उस लाइन में आना पड़ेगा और स्वीकार करना पड़ेगा। एक महिला को हमेशा उसकी स्कर्ट की लंबाई या उसकी डीप नेकलाइन से आंका जाता है। लोग जो मेरी हेमलाइन या नेकलाइन के बारे में कहते हैं, मैं उनके मुताबिक अपनी लाइफ नहीं जी सकती। ड्रेसिंग एक बहुत ही पर्सनल चॉइस है। आप इसे लेकर एक निश्चित तरीके से सोच सकते हैं, पर यह मेरे लिए नहीं हो सकता। मेरी पर्सनल चॉइस मेरी ही होनी चाहिए। दूसरों की चॉइस दूसरों की। मैं बैठकर जजमेंटल नहीं हो सकती और नहीं कह सकती कि अरे तुम इस तरह के कपड़े क्यों पहन रहे हो?' मलाइका ने आगे कहा, 'अगर मैं सहज महसूस करती हूं....और मैं मूर्ख और बेवकूफ नहीं हूं। मुझे पता है कि मुझ पर क्या अच्छा लगता है, क्या नहीं। यह मेरी पसंद है और किसी को भी मुझे यह बताने का अधिकार नहीं है। अगर मैं अपनी स्किन, अपनी बॉडी और अपनी उम्र के साथ सहज हूं, तो ऐसा ही रहने दो। आपको इसे स्वीकार करना होगा, बस सिंपल।'
 मलाइका ने अपने करियर की शुरुआत एक वीजे के तौर पर की थी। वह बॉलिवुड में कई फिल्मों में नजर आईं और आइटम नंबर्स भी किए। अब मलाइका टीवी की दुनिया में ऐक्टिव हैं और रियलिटी शोज में जज की भूमिका निभाती हैं। बता दें कि मलाइका अरोड़ा को बॉलिवुड की स्टाइलिश ऐक्ट्रेसेस में शुमार किया जाता है। ऐक्ट्रेस की पपाराजी आउटिंग से लेकर कैजुअल लुक तक खूब चर्चाओं में रहता है। हालांकि मलाइका को अकसर ही उनके कपड़े पहनने के तरीके और सलीके पर जज भी किया जाता है।