मुंबई । आयकर विभाग के एक कर्मचारी द्वारा 263 करोड़ रुपए से ज्यादा का घोटाला करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. खबर है कि उक्त कर्मचारी ने पहले अपने वरिष्ठों पर विश्वास जमाया और उनके लॉगइन का यूजर्स पासवर्ड्स की जानकारियां हासिल कीं. कई लोगों को टैक्स रिफंड क्लेम करने के लिए अप्लाई करने को कहा. वरिष्ठों के लॉगइन से जाकर वह उन रिफंड क्लेम को मंजूर करता गया. यानी इस तरह से वो फर्जी टैक्स रिफंड क्लेम सेटल करता चला गया. ऐसा करते हुए उसने टीडीएस और इनकम टैक्स रिफंड क्लेम से 263 करोड़ रूपये का घोटाला को अंजाम दे दिया. इस कर्मचारी का नाम तानाजी मंडल है. तानाजी मंडल आयकर विभाग में वरिष्ठ सहायक पद पर कार्यरत है. इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार को मुंबई और कर्नाटक के कुछ ठिकानों पर छापे डाले . ईडी ने करीब 30 प्रॉपर्टीज पर छापे मारे. ईडी ने तानाजी द्वारा टैक्स रिफंड के घोटाले की कमाई से खरीदे गए 32 प्लॉट जब्त किए. तानाजी ने इन पैसों से लोनावला खंडाला कर्जत पुणे उडपी में कई संपत्तियां खरीदीं. इनके अलावा मुंबई और पनवेल में कुछ फ्लैट्स खरीदे. तानाजी ने इन पैसों से बीएमडब्लू एक्स 7 मर्सीडीज जीएलएस400डी ऑडी क्यू 7 जैसी आलीशान गाड़ियां भी खरीदीं. इस आयकर विभाग के कर्मचारी ने इतनी सारी संपत्तियां और गाड़ियां अपने सहयोगियों के नाम पर खरीदीं. इनके सहयोगियों में भूषण पाटील राजेश शेट्टी सारिका शेट्टी कीर्ति वर्मा नाम के लोग शामिल हैं. ई़डी ने इस मामले में अब तक की कार्रवाई में कुल 166 करोड़ की प्रॉपर्टी जब्त की है. तानाजी फर्जी टीडीएस रिफंड क्लेम क्लियर करने से हासिल किए गए पैसे एस.बी. इंटरप्राइजेस नाम से एक फर्जी कंपनी के बैंक अकाउंट में जमा किया करता था. इस बैंक खाते को तानाजी का ही एक सहयोगी भूषण पाटील ऑपरेट करता था. इस तरह से इस बैंक अकाउंट में 263 करोड़ से ज्यादा की रकम जमा हुई.