पहले मैच में आस्ट्रेलिया पर भारत की जीत से निश्चित रूप से मेरे जैसे उन क्रिकेट प्रशंसकों की चिंताएं कम हुई होंगी, जो सीरीज जीते जाने से पहले ही टीम के स्टार खिलाड़ियों को आराम दिए जाने से निराश थे।

दूसरे वनडे में होंगे बदलाव-

पूर्व भारतीय क्रिकेटर गावस्कर ने कहा कि अब अगर आस्ट्रेलियाई टीम दूसरा वनडे जीत भी लेती है तो भी राजकोट में होने वाले तीसरे वनडे में पूरी मजबूत टीम इंडिया मैदान में उतरेगी। मोहाली वनडे ने एक बार फिर हमें दिखाया कि बात जब बड़े लक्ष्य का पीछा करने की होती है तब दो सबसे अनुभवी खिलाड़ियों के बिना भी भारतीय बल्लेबाजी क्रम ज्यादा पसीना बहाए बगैर लक्ष्य हासिल करने की क्षमता रखता है।

टी20 दृष्टीकोन अपनाएं-

इस मैच ने ये भी दिखाया कि युवा बल्लेबाजों के बल्ले से रन निकल रहे हैं, जिसका मतलब हुआ कि बल्लेबाजी का भविष्य सुरक्षित हाथों में है। रुतुराज गायकवाड़ और सूर्यकुमार यादव को अर्धशतक लगाते देखकर अच्छा लगा। दोनों बल्लेबाजों को अब तक जो थोड़े बहुत अवसर मिले थे।

सूर्यकुमार ने किया कमाल-

उसमें ऐसा लगता था कि ये दोनों टी-20 क्रिकेट का दृष्टिकोन अपनाकर सस्ते में अपना विकेट गंवा रहे थे, लेकिन इस बार दोनों ने पिच पर अपना समय लिया और टी-20 शॉट खेलने की बजाय कुछ बेहतरीन ड्राइव लगाए।खासकर सूर्यकुमार यादव ने गेंदबाज की दिशा में सीधे बल्ले से तीन चौके बटोरे।

शतक से चूकने पर निराश-

बेशक इस दौरान उन्होंने विकेट के पीछे अपना चिरपरिचित स्कूप शाट भी खेला, लेकिन तब तक वो अच्छी तरह पिच पर निगाहें जमा चुके थे। शुभमन गिल ने एक और पचासा लगाकर अपनी शानदार फार्म जारी रखी। हालांकि वो शतक से चूकने से निराश होंगे, लेकिन गिल और रुतुराज ने सुनिश्चित किया कि बड़े लक्ष्य का पीछा करने के लिए टीम को जिस तरह की शुरुआत चाहिए वो उसे मिल जाए।

शमी ने की जबरदस्त गेंदबाजी-

मोहम्मद शमी ने जबरदस्त गेंदबाजी की और उनके पांच विकेटों ने कप्तान और कोच को अंतिम एकादश में तीन तेज गेंदबाज खिलाने के विकल्प पर विचार करने को जरूर मजबूर किया होगा। ये सभी विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं और बल्लेबाजों को रोकने का यही सर्वश्रेष्ठ तरीका होता है। कुल मिलाकर ऐसे में जब भारतीय क्रिकेट के लिहाज से एक बड़ा टूर्नामेंट बिलकुल नजदीक है तो भारतीय टीम का इस तरह का प्रदर्शन उम्मीदों को पंख लगा रहा है।