वाशिंगटन । अमेरिका ने रूस के साथ भारत के विशेष संबंधों के महत्व को कबूल करते हुए कहा है कि भारत अपने रूस के संबंधों को खत्म नहीं करने वाला है। अमेरिका ने कहा कि उसे उम्मीद है कि भारत अपने इन संबंधों का उपयोग यूक्रेन की जंग को खत्म करने की दिशा में करेगा। अमेरिका के दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू ने रूस-यूक्रेन विवाद पर भारत के रुख पर अमेरिकी का ये नजरिया सामने रखा है। अमेरिकी राजनयिक ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि वे जल्द ही उन संबंधों को समाप्त करने जा रहे हैं, लेकिन हम उनसे बात कर रहे हैं कि वे इस संघर्ष में क्या भूमिका निभा सकते हैं।
अमेरिका के दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू ने जोर देकर कहा कि भले ही यूक्रेन के मामले पर हमारा रोजाना एक ही नजरिया नहीं हो सकता है, लेकिन मुझे लगता है कि हम इस लक्ष्य को साझा करते हैं कि यह युद्ध खत्म हो और यह संयुक्त राष्ट्र चार्टर में सिद्धांतों के आधार पर समाप्त हो। उन्होंने ये भी कहा कि भारत के साथ मजबूत साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए वो भारत सरकार के अधिकारियों और सिविल सोसाइटी से मिलेंगे। गौरतलब है कि भारत ने 1 दिसंबर को जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण की है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन 1 मार्च को जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए नई दिल्ली के दौरे पर पहुंचेंगे।
मार्च में होने वाली विदेश मंत्रियों की आगामी बैठक जी-20 की सबसे महत्वपूर्ण बैठकों में से एक है। बहरहाल, यूक्रेन में युद्ध के एक साल पूरे हो गए हैं। अब जी-20 भारत की अध्यक्षता में इस बात को तय करेगा कि समूह किस आधार पर आगे बढ़ेगा। चीन और रूस समेत 20 देशों के विदेश मंत्रियों के समूह की बैठक में हिस्सा लेने के लिए ब्लिंकेन भारत पहुंचेगे। नई दिल्ली में चीनी विदेश मंत्री या रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ ब्लिंकन के बैठक की संभावनाओं के बारे में अमेरिकी अधिकारियों ने फिलहाल चुप्पी साध रखी है।