इंदौर का ग्लोबल सीटी मॉडल लागू होगा पूरे मध्य प्रदेश में •पंकज पाठक•
दिल्ली-एनसीआर की तर्ज़ पर होगा विकास
भोपाल । मध्य प्रदेश सरकार इंदौर का ग्लोबल सिटी मॉडल पूरे प्रदेश में लागू करेगी । प्रदेश की यह वाणिज्यिक राजधानी देश में स्वच्छता में तो लगातार अव्वल चल रही है, अब सरकार इसे हैदराबाद और बेंगलुरु की तरह सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) का भी प्रमुख केन्द्र बनाना चाहती है । वह चाहती है कि यह देश के मध्य क्षेत्र में भारत का पाँचवाँ बड़ा शहर बन सके । ऐसे में इंदौर को हैदराबाद, बंगलौर और अहमदाबाद से मुक़ाबला करना होगा । इंदौर की आबादी 40 लाख को पार कर चुकी है, फिर भी वह इन शहरों से काफ़ी कम है । लेकिन वह उद्योग-व्यापार, आईटी, शिक्षा और चिकित्सा का प्रमुख केंद्र है और अब उसे दिल्ली-एनसीआर की तरह विकसित कर ग्लोबल सिटी की तरह विकसित करने की योजना है ।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव इस संबंध में अनेक बैठकें ले चुके हैं और कल भी उन्होंने इंदौर में 29 देशों के सवा सौ प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की । इसी प्रकार से उन्होंने आज भी एक बैठक में कहा कि इंदौर के समग्र विकास की योजना तुरंत प्रस्तुत की जाए । उनका कहना था कि इंदौर विकास का एक मॉडल होगा और इसे पूरे मध्यप्रदेश में लागू किया जाएगा ।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि व्यापार, वाणिज्य, उद्योग क्षेत्र के साथ ही अन्य क्षेत्रों में इंदौर की महत्वपूर्ण भूमिका है। सूचना प्रौद्योगिकी से लेकर निवेश के विभिन्न क्षेत्रों में इंदौर में आने वाले कल की आहट सुनकर विकास पथ पर कदम बढ़ाए हैं। इसलिए इंदौर मध्यप्रदेश का सिरमौर है। इंदौर एक ग्लोबल सिटी है। चाहे यहाँ खान-पान की बात हो, कला जगत की बात हो, परम्पराओं को सहेजने की बात हो या फिर स्वच्छता में सबसे आगे रहने की। इंदौर एक मॉडल है। इंडस्ट्री कॉन्क्लेव और समिट के इंदौर मॉडल को पूरे प्रदेश में पहुंचाया गया है। प्रदेश के विभिन्न संभागों में इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित कर मध्यप्रदेश के तीव्र विकास को गति देने की पहल हुई है।
(जनसंदेश टाइम्स, लखनऊ से साभार)