भोपाल । सुप्रसिद्ध तीर्थ स्थल ओंकारेश्वर में झूला पुल का एक तार टूटने के बाद लोक निर्माण विभाग नगरीय प्रशासन और सरकार की नींद टूटी है। मध्यप्रदेश में सैकड़ों पुल 1950 के पहले के बने हुए हैं। रखरखाव के अभाव में उनकी हालत दिनोंदिन खराब होती जा रही है। ओंकारेश्वर के झूला पुल का तार टूटने के बाद सरकार हरकत में आ गई है।
 लोक निर्माण विभाग और नगरीय प्रशासन विभाग को सभी पुराने झूला पुल,फुटओवर ब्रिज,केबिल ट्राली, रेलवे ओवरब्रिज और वाहन पुल की जांच करने के आदेश दिए गए हैं। पुराने पुलों की जांच शुरू हो गई है।
 इंदौर के दो पुल जिसमे एक पुल का निर्माण 1950 और दूसरे पुल का निर्माण 1975 में हुआ था। इसी तरह भोपाल के दो पुल, पुल-पुख़्ता और पुल-बोगदा डेढ़ सौ वर्ष पुराने बताए जा रहे हैं। भारत टॉकीज का पुल भी जर्जर स्थिति में पहुंच चुका है।यह पुल भी 50 साल पुराना है। अब सरकार ने ऐसे सभी पुराने पुलों की जांच करने और उनकी रिपोर्ट तलब की है।