भोपाल।  मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ इनदिनों अपने गढ़ छिंदवाड़ा में ही भाजपा के गेम प्लान में घिर गए हैं। अपने सहयोगियों के कांग्रेस छोडऩे से परेशान कमलनाथ ने सत्तारूढ़ भाजपा पर झूठ और धोखे का खेल खेलने का आरोप लगाया है। एक्स पर एक पोस्ट में, कमलनाथ ने कहा कि भाजपा लोकसभा चुनावों के मद्देनजर विपक्षी नेताओं को धमकाने के लिए धन, बाहुबल और प्रशासनिक विशेषाधिकारों का दुरुपयोग कर रही है। विधायक कमलेश शाह और छिंदवाड़ा के मेयर विक्रम अहाके सहित उनके कई भरोसेमंद सहयोगियों के भाजपा में शामिल होने के बाद कमलनाथ का गुस्सा फूट पड़ा।
कमलनाथ ने रिकॉर्ड नौ बार छिंदवाड़ा का लोकसभा में प्रतिनिधित्व किया है। 2019 के आम चुनावों में, यह मध्य प्रदेश में कांग्रेस द्वारा जीती गई एकमात्र सीट थी। उनके बेटे नकुलनाथ इस क्षेत्र से मौजूदा सांसद हैं। उन्होंने लिखा कि मैं 45 वर्ष से छिंदवाड़ा को भारत का सबसे विकसित इलाका बनाने की तपस्या कर रहा हूं। छिंदवाड़ा मेरे लिए कर्मभूमि और तपोभूमि है। उन्होंने कहा कि भाजपा वाले इस पवित्र भूमि को रणभूमि बनाना चाहते हैं। इस चुनाव में भाजपा धनबल, बाहुबल और सत्ता बल का दुरुपयोग करने में लगी है। नेताओं को डराया धमकाया जा रहा है। कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि छिंदवाड़ा की जनता भाजपा की इस कारस्तानी को बड़े गौर से देख रही है और उसने ठान लिया है कि जो लोग छिंदवाड़ा के ऊपर आक्रमण कर रहे हैं, उनको करारा जवाब देगी। हर चुनाव के पहले भाजपा झूठ, फरेब और सौदेबाजी का खेल खेलती है लेकिन जब चुनाव परिणाम आता है तो पता चलता है कि छिंदवाड़ा की जनता ने भाजपा को उसके अपराध का उचित दंड दिया है। छिंदवाड़ा अपने सम्मान से कोई गुस्ताखी बर्दाश्त नहीं करेगा और अपनी विकास यात्रा पर अविरल आगे बढ़ता रहेगा।
अपने ही छोड़ रहे साथ
कांग्रेस ने नकुलनाथ को लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है। भाजपा ने विवेक बंटी साहू को टिकट दिया है। छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा से तीन बार विधायक रहे कांग्रेस नेता कमलेश शाह पिछले हफ्ते अपनी पत्नी, हर्रई नगर पालिका अध्यक्ष माधवी शाह और बहन, जिला पंचायत सदस्य केसर नेताम के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। छिंदवाड़ा के महापौर विक्रम अहाके मुख्यमंत्री मोहन यादव की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गए। यादव ने दावा किया कि नकुलनाथ द्वारा आदिवासी समुदाय का कथित अपमान करने के कारण नेता भाजपा में शामिल हुए। भाजपा नेता प्रह्लाद पटेल ने टिप्पणी के लिए कमलनाथ की आलोचना की। छिंदवाड़ा में 14 लोकसभा चुनाव हुए हैं। इनमें से 13 बार कांग्रेस उम्मीदवार को जीत मिली है। 1998 से लगातार कमलनाथ या उनके परिवार का कोई न कोई सदस्य यहां से सांसद रहा है। लेकिन अब भाजपा यहां अपना किला मजबूत करने में लगी है। कैलाश विजयवर्गीय जैसे बड़े नेता को यहां की जिम्मेदारी दी गई है। यहां भाजपा लाभार्थियों को अपना वोट बैंक बनाना चाहती है। मुफ्त राशन, आयुष्मान कार्ड, पीएम आवास और उज्जवला जैसी योजनाओं को पार्टी मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही है। वहीं, विवेक बंटी साहू भाजपा के लिए लगातार छिंदवाड़ा में सक्रिय रहे हैं और कमलनाथ को कड़ी चुनौती देते रहे हैं।