दोनों राज्यों का सम्पूर्ण बुंदेलखंड क्षेत्र सिंचाई और पेयजल से होगा लाभान्वित

झाँसी, ललितपुर, बाँदा, महोबा के ढाई लाख हेक्टेयर क्षेत्र में होगी सिंचाई

इन चार ज़िलों के 21 लाख लोगों को मिलेगा पेयजल

मप्र के 10 जिलों को आठ लाख हेक्टेयर में सिंचाई और 41 लाख लोगों को पेयजल

भोपाल । मध्यप्रदेश की महत्वाकांक्षी केन-बेतवा नदी जोड़ो राष्ट्रीय परियोजना का लाभ उत्तरप्रदेश के चार जिलों— झाँसी, ललितपुर, बाँदा और महोबा को भी मिलेगा । इन ज़िलों को ढाई लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई का लाभ मिलेगा और 21 लाख लोगों को पेयजल की आपूर्ति की जा सकेगी । वहीं मप्र के 10 ज़िलों के आठ लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी । इस प्रकार दोनों राज्यों के पूरे बुंदेलखंड क्षेत्र में सिंचाई और पेयजल आपूर्ति के क्षेत्र में यह बड़ा क़दम होगा । यह घोषणा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज, तेरह दिसंबर को अपने कार्यकाल का एक वर्ष पूरा होने के अवसर पर की । आपने कहा कि नदी जोड़ो परियोजना अटल जी का सपना था, जो अब पूरा होने जा रहा है ।

डॉ. मोहन यादव कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश को दो बड़ी सौगातें देने आ रहे हैं। 24-25 फरवरी 2025 को भोपाल में होने वाली ग्लोबल इंवेस्टर समिट और बुंदेलखंड (उप्र और मप्र) क्षेत्र के लिए जीवनदायनी साबित होने वाली केन-बेतवा लिंक राष्ट्रीय परियोजना और पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना के शिलान्यास के लिये प्रधानमंत्री को आमंत्रित किया गया है । प्रधानमंत्री ने इन दोनों कार्यक्रमों के लिये मध्यप्रदेश आने की सहमति प्रदान की है ।

केन-बेतवा लिंक परियोजना

मध्यप्रदेश के छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी, दमोह, शिवपुरी, दतिया, रायसेन, विदिशा और सागर जिले शामिल हैं । बुंदेलखंड क्षेत्र में कुल 8.11 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में वार्षिक सिंचाई और उत्तर प्रदेश के 2.51 लाख हेक्टेयर, इस प्रकार कुल 10.62 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में वार्षिक सिंचाई सुविधा प्राप्त होगी ।
परियोजना से मध्यप्रदेश की 41 लाख आबादी एवं उत्तर प्रदेश की 21 लाख आबादी को पेयजल सुविधा भी प्राप्त होगी । इसके शिलान्यास के लिये प्रधानमंत्री मोदी 25 दिसम्बर को मध्यप्रदेश छतरपुर आयेंगे।

पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना

मध्यप्रदेश के मालवा क्षेत्र की पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना में 11 जिले गुना, शिवपुरी, सीहोर, देवास, राजगढ़, उज्जैन, आगर-मालवा, इंदौर, शाजापुर, मंदसौर एवं मुरैना जिले लाभान्वित होंगे ।
इस परियोजना से कुल 6 लाख 13 हजार हेक्टेयर क्षेत्र सिंचाई से लाभान्वित होगा । इस परियोजना का शिलान्यास प्रधानमंत्री श्री मोदी जयपुर से 17 दिसम्बर को करेंगे । इस प्रकार दोनों राज्यों का सम्पूर्ण बुंदेलखंड का क्षेत्र और मध्य प्रदेश के मालवा एवं चमत्कार क्षेत्र सिंचाई और पेयजल की आपूर्ति से लाभान्वित होगा होगा ।

(जनसंदेश टाइम्स, लखनऊ से साभार)