भोपाल । मध्यप्रदेश का बजट इस साल मॉडर्न बजट होगा। यह बजट अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने वाला होगा। जिसमें विकास और जन-कल्याण पर जोर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश का बजट तैयार करने संबंधी प्रस्तुतिकरण में शामिल हुए। जिसमें विकास, कृषि और ग्रामीण आदि बिंदुओं पर प्रस्तुतिकरण दिया गया। इस साल बजट में आदिवासियों को भी प्राथमिकता दी जाएगी। सीएम शिवराज ने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को गांव में ही रोजगार दिलाने की हमारी प्राथमिकता होगी। 48 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि अधो-संरचना विकास पर खर्च की जाएगी।
उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश भारत सरकार के बजट में प्रावधानों का अधिकतम लाभ उठाने की रहेगी। प्रदेश में चार टूरिस्ट सर्किट विकसित होंगे। इसके लिए वित्तीय वर्ष में 400 करोड़ रुपये खर्ज किए जाएंगे। बता दें कि मध्यप्रदेश विधानसभा का बजट सत्र इस बार एक महीने का रहेगा। बजट सत्र 27 फरवरी से 27 मार्च तक चलेगा। हालांकि शनिवार-रविवार और होली की छुट्टी भी रहेगी। सत्र इसलिए भी खास है क्योंकि इस साल के आखिरी में चुनाव है।
खास बात ये है कि, मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार का खास फोकस सूबे के आदिवासी समुदाय पर हैं। ऐसे में चुनावी साल के चलते इस साल बजट में आदिवासियों को भी प्राथमिकता दी जाएगी। इस संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने ये भी कहा कि, ग्रामीणों को गांव में ही रोजगार दिलाने की हमारी प्राथमिकता होगी। 48 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि अधो - संरचना विकास पर खर्च करने की योजना बनाई गई है। मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि, इस बजट के माध्यम से हमारी कोशिश भारत सरकार के बजट में प्रावधानों का अधिकतम लाभ उठाने की भी रहेगी। प्रदेश में चार टूरिस्ट सर्किट विकसित होंगे। इसके लिए वित्तीय वर्ष में 400 करोड़ रुपए खर्ज किए जाएंगे।