तीन राज्यों में गर्मी ने ली 16 जानें, केरल में बारिश से सात की मौत
 2,35,000 मेगावाट पहुंची बिजली की मांग

 नई दिल्ली।  पूरे देश में चरम मौसमी घटनाएं जानलेवा साबित हो रही हैं। केरल में जहां मानसून पूर्व बारिश की वजह से अचानक आई बाढ़ और बिजली गिरने से सात लोगों की मौत हो गई, वहीं राजस्थान में प्रचंड गर्मी की वजह से दस, हरियाणा में दो और मध्य प्रदेश में चार लोगों ने जान गंवा दी है। गर्मी के चलते पूरे देश में बिजली की मांग 235 गीगावाट यानी 2 लाख 35 हजार मेगावाट पहुंच गई। यह इस सीजन की अधिकतम मांग है। बिजली मंत्रालय का अनुमान है कि जल्द ही देश में बिजली खपत का सार्वकालिक रिकॉर्ड टूट सकता है, जो सितंबर, 2023 में 243.27 गीगावाट था।
देश के 10 सबसे गर्म शहरों में राजस्थान के छह शहर शामिल हैं। बाड़मेर में पारा 48.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। अन्य शहरों में भी तापमान 47 डिग्री से ऊपर चल रहा है। इसके अलावा, 24 मई से नौतपा भी शुरू हो रहा है, जो प्रचंड गर्मी के नौ दिन होते हैं। इस दौरान राजस्थान में कई जगहों पर तापमान 50 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा हो सकता है। मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार को राजस्थान, पंजाब व गुजरात में लू और केरल में बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। उत्तर प्रदेश, मप्र व गुजरात में गर्मी, जबकि तमिलनाडु में बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट है। देश में केवल सिक्किम व अरुणाचल ऐसे राज्य हैं, जिनके लिए विभाग ने चरम मौसम से जुड़ा कोई अलर्ट जारी नहीं किया है।

46 डिग्री तक पहुंचा तापमान


उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों में तापमान 40 से 46 डिग्री तक पहुंच गया है। मौसम विभाग ने बताया है कि दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात में अगले 5 दिन ऐसे ही हालात रहेंगे। इन राज्यों में लू का रेड अलर्ट जारी किया गया है। राजस्थान में गुरुवार को लू और गर्मी की वजह से 8 लोगों की मौत हो गई। बाड़मेर में तापमान लगातार दूसरे दिन 48 डिग्री के पार रहा। यहां तापमान 48.8 डिग्री पर पहुंच गया। जैसलमेर से सटे भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर तापमान 53 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।

पानी का संकट


केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, पिछले सात दिनों में, भारत के 150 प्रमुख जलाशयों में जलस्तर पांच सालों के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। दिल्ली में यमुना नदी में जलस्तर कम हो गया है। कई इलाकों में पानी की सप्लाई पर असर पड़ा है।