मुंबई । कर्ज के बोझ तले दबे कारोबारी अनिल अंबानी के दिन अब बदलने लगे हैं। उनकी कंपनियां तेजी से अपने कर्ज का ‎निपटारा करने में लगी हुई है। सूत्रों के मुताबिक अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर ने पिछले हफ्ते तीन बैंकों आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और डीबीएस बैंक के बकाये का निपटारा कर दिया। इसी तरह इसकी पेरेंट कंपनी रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर भी जेसी फ्लावर्स एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी के 2,100 करोड़ रुपए बकाये का भुगतान करने की योजना बना रही है। एक कमर्शियल बैंक के वरिष्ठ कार्यकारी ने कहा कि रिलायंस पावर का लक्ष्य इस वित्त वर्ष के अंत तक कर्ज मुक्त कंपनी बनना है। इसकी बही-खातों पर एकमात्र कर्ज आईडीबीआई बैंक से लिया गया वर्किंग कैपिटल लोन होगा। आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और डीबीएस बैंक का रिलायंस पावर पर कुल मिलाकर करीब 400 करोड़ रुपए का बकाया था और उन्होंने अपने प्रिंसिपल लोन का लगभग 30-35 फीसदी वसूल कर लिया है। एक्सचेंजों को जारी नोटिस के मुताबिक रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और जेसी फ्लावर्स एआरसी ने एक स्टैंडस्टिल एग्रीमेंट किया था। शुरू में यह एग्रीमेंट 20 मार्च तक था। रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के एक प्रवक्ता ने कहा कि इसे हाल ही में 31 मार्च तक बढ़ा दिया गया था। एग्रीमेंट के मुताबिक जेसी फ्लावर्स एआरसी 31 मार्च तक रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करेगा। इससे कंपनी को फंड की व्यवस्था करने का समय मिलेगा। एक्सिस, आईसीआईसीआई, और डीबीएस बैंक ने इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की। रिलायंस पावर ने भी लोन सेटलमेंट की डिटेल्स पर कोई टिप्पणी नहीं की। बता दें कि रिलायंस पावर और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में तेजी भी बरकरार है। बीएसई पर रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर का शेयर बीते 5 दिनों में 10.5 फीसदी उछला है, जबकि 6 महीनों में इसने 38 फीसदी फायदा कराया है। वहीं रिलायंस पावर का शेयर बीते 5 दिनों में 8.10 फीसदी और 6 महीनों में 19 फीसदी मजबूत हुआ है।