आरबीआई ने इस साल के अंत तक केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी) से हर दिन लेनदेन को बढ़ाकर 10 लाख करने का लक्ष्य रखा है। अभी देश में ई-रूपी के जरिए प्रतिदिन करीब 5,000 से 10,000 लेनदेन होते हैं। केंद्रीय बैंक के डिप्टी गवर्नर टी रबि शंकर ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी।उन्होंने कहा कि वर्तमान में सीबीडीसी का इस्तेमाल करने वालों की संख्या 13 लाख है। इनमें तीन लाख मर्चेंट हैं। रबि शंकर ने कहा कि यूपीआई लेनदेन की संख्या को देखते हुए ई-रूपी के जरिये लेनदेन को हर दिन 10 लाख तक पहुंचाना मुश्किल काम नहीं है। केंद्रीय बैंक ने पिछले साल नवंबर में सीबीडीसी को लॉन्च किया था।

इस साल अप्रैल अंत तक इसके यूजर्स की संख्या सिर्फ एक लाख थी।आरबीआई गवर्नर शक्तिकान्त दास ने मंगलवार को बैंकों से कॉरपोरेट संचालन व्यवस्था को मजबूत करते हुए वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच सतर्क रहने को कहा। दास ने सरकारी और निजी बैंकों के एमडी-सीईओ के साथ बैठक में कहा, प्रतिकूल हालात के बावजूद घरेलू बैंकों का प्रदर्शन अच्छा रहा है।इधर, भारत और बांग्लादेश ने रुपये में कारोबार शुरू किया है। इससे अमेरिकी डॉलर पर निर्भरता कम करने में मदद मिलेगी।

साथ ही, क्षेत्रीय मुद्राओं व कारोबार में मजबूती मिलेगी। यह पहली बार है, जब बांग्लादेश ने डॉलर के अलावा दूसरी मुद्रा में विदेश में कारोबार शुरू किया है। बांग्लादेश के गवर्नर अब्दुर रौफ तालुकदेर ने बताया, अब कारोबार का रुपये में भी निपटान किया जा सकता है। यह दोनों देशों के आर्थिक सहयोग के लिए फायदेमंद होगा। इससे दोनों देशों के बीच लेनदेन की लागत भी कम होगी और सितंबर से रुपया व बांग्लादेशी मुद्रा टका का कार्ड भी पेश किया जाएगा। शुरुआती चरण में कारोबार रुपये में होगा और बाद में इसे बांग्लादेशी मुद्रा में भी शुरू किया जाएगा। दोनों देशों के बैंकों ने नोस्ट्रो खाता खोलने की भी मंजूरी दे दी है।