कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के बीच आपसी कलह ही कांग्रेस की हार की वजह बन सकती है। कार्यकर्ताओं द्वारा वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के कपड़े फाड़े जाने की घटना से पार्टी की काफी फजीहत हो रही है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के चुनिंदा नेताओं ने टिकट बंटवारे को लेकर खुलकर गुटबाजी की, चहेते लोगों को टिकट बांट दिया गया। कुल मिलाकर राज्य का बंटाधार करने का पूरा प्लान तैयार कर लिया गया है लेकिन जनता सब जानती है। 17 नवंबर को होने वाले चुनाव के परिणाम से इसका जवाब देने की तैयारी जनता ने भी कर ली है।

कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता भी अपने नेतृत्व से खुश नहीं है, मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने जिन नेताओं को चुनाव प्रचार की बागडोर सौंपी है उसमें दिग्विजय और कमलनाथ मुख्य है। लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं ने ही एक सभा के दौरान दोनों वरिष्ठ नेताओं के कपड़े फाड़ दिए। जनता अपने मौन का जवाब मतदान के माध्यम से देगी और 17 नवंबर को दोनों नेताओं का असली चेहरा सामने आ जाएगा। मालूम हो कि चुनावी घोषणा पत्र जारी करने की बात हो या फिर टिकट बंटवारे का निर्णय, दोनों वरिष्ठ नेताओं की गुटबाजी जनता के बीच खुलकर सामने आई। कांग्रेस को प्रदेश में मजबूत करने में सालों से जुटे कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज कर नये चेहरों को टिकट दिया गया, जिससे समय-समय पर कार्यकर्ताओं ने दोनों नेताओं को खुलकर जवाब भी दिया।