मोहन, शिवराज, तोमर और शर्मा की प्रतिष्ठा दाँव पर •पंकज पाठक•
ज्यों-की-त्यों धर दीन्हि चदरिया
बुधनी और विजयपुर विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के परिणाम आज
बुधनी में देखना है सिर्फ़ जीत का अंतर, विजयपुर में रावत का दलबदल भी दाँव पर
भोपाल । कल 23 दिसंबर 2024 को सुबह मध्य प्रदेश के दो विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव का परिणाम घोषित होने वाला है, जो मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की दूसरी राजनीतिक परीक्षा है । मुख्यमंत्री डॉ. यादव की पहली राजनीतिक परीक्षा इस साल हुए लोकसभा के चुनाव थे। पहली बार अपने नेतृत्व में हुए लोकसभा चुनाव में मोहन यादव 100 में से 100 नंबर लाकर झंडे गाड़ चुके हैं । गत लोक सभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने मध्यप्रदेश की सभी 29 सीटें भारी बहुमत से जीती थीं। अब उनका अगला इम्तिहान सीहोर ज़िले के बुधनी एवं श्योपुर ज़िले के विजयपुर विधानसभा उपचुनाव में है, जिसका परिणाम कल 23 नवंबर 2024, शनिवार को सुबह नौ बजे तक स्पष्ट हो जाएगा। वैसे इन दोनों सीटों पर क्रमशः शिवराज सिंह चौहान और नरेंद्र सिंह तोमर की प्रतिष्ठा दाँव पर लगी है । क्योंकि यह क्षेत्र इन्हें दोनों नेताओं के हैं । इसलिए इन क्षेत्रों से भाजपा को जताना इन दोनों की ज़िम्मेदारी ही तय कर दी गई है ।
बुधनी विधानसभा क्षेत्र राजधानी भोपाल से लगा हुआ है । यह क्षेत्र केंद्रीय कृषि मंत्री और मध्य प्रदेश के 17 साल तक मुख्यमंत्री रहने का कीर्तिमान रचने वाले शिवराज सिंह चौहान का है, जहाँ से वे पहली बार वर्ष 1990 में जीते थे। इसके बाद के चार चुनाव में भी वे विजयी रहे । वे विदिशा से पाँच बार सांसद और बुधनी से भी पाँच बार विधायक रहे हैं । वे सबसे ज़्यादा चार बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं । पर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने उनके पुत्र कार्तिकेय को बुधनी से टिकट न देकर शिवराज के समर्थक रमाकांत भार्गव को प्रत्याशी बनाया है, जो विदिशा के सांसद रहे हैं । 2023 के विधानसभा चुनाव में शिवराज यहाँ से 1,00,000 से अधिक वोटों से जीते थे । भार्गव की यहाँ से जीत तो संभव है, लेकिन देखना सिर्फ़ यह है कि जीत का अंतर कितना रहता है ? पर इस बार उपचुनाव में यहाँ 65 प्रतिशत मतदान हुआ है । स्पष्ट है कि इस सीट पर इस बार भार्गव शिवराज जितना जीत का अंतर क़ायम नहीं रख पाएँगे । यहाँ 1957 से अब तक 15 चुनाव हो चुके हैं, जिनमें कांग्रेस पाँच बार और निर्दलीय दो बार जीते हैं । बाकी छह बार भाजपा और एक-एक बार भारतीय जनसंघ और जनता पार्टी को विजय प्राप्त हुई है ।
विजयपुर विधानसभा सीट, प्रदेश के वन मंत्री रामनिवास रावत, जो कांग्रेस से भाजपा में आए थे— उनके इस्तीफों से रिक्त हुई थी । पिछले विधानसभा चुनाव में रावत यहाँ से लगभग 18 हज़ार वोटों से जीते थे । विजयपुर रावत का गढ़ है । यह चम्बल की घाटियों का क्षेत्र है, जहाँ एक ज़माने में डकैतों का आतंक का हुआ करता था । इस क्षेत्र में चुनाव का नेतृत्व ने मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर कर रहे हैं । इस सीट पर 67 प्रतिशत मतदान हुआ है। विजयपुर विधानसभा क्षेत्र का इतिहास देखें तो पता चलता है कि लगभग आधे चुनाव भाजपा, जनसंघ या निर्दलीय ने जीते हैं और लगभग आधे कांग्रेस ने ।
बुधनी में कांग्रेस ने पूर्व उप मंत्री राजकुमार पटेल को मैदान में उतारा है, जो एक बार इस क्षेत्र से जीत भी चुके हैं । जबकि विजयपुर में कांग्रेस ने मुकेश मल्होत्रा को टिकट दिया है, जो 2023 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय रूप से चुनाव लड़े थे और 44 हज़ार से अधिक वोट लेकर तीसरे नंबर पर रहे थे । कुल मिलाकर भाजपा ने दोनों सीटों पर अपनी ताक़त झोंक दी है, ताकि येन-केन-प्रकारेण परिणाम भाजपा के पक्ष में आए ।
(जनसंदेश टाइम्स, लखनऊ से साभार)