सीहोर ।   निर्माण एजेंसी ने भोपाल-रतलाम रेलवे ट्रैक फाटक क्रमांक 104, 107, 108  पर 82 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले आरओबी के लिए जगह की साफ-सफाई कराई गई थी। इसके साथ ही ओवरब्रिज निर्माण के लिए मार्किंग का काम शुरू हो गया। बताया जा रहा है कि ओवरब्रिज निर्माण से पटरी पार करते समय आए दिन होने वाले हादसों पर भी विराम लगेगा। यह ओवरब्रिज सीहोर के लिए भी बड़ी सौगात साबित होगा।

लंबे समय से रुका हुआ था काम, अब 18 माह में पूरा होगा काम

शासन से तीनों रेलवे ओवरब्रिज की स्वीकृति के बाद सर्वे कराया गया था, लेकिन टेंडर व एग्रीमेंट नहीं होने की वजह से काम प्रारंभ नहीं हो सका था। ब्रिज कॉर्पोरेशन विभाग के अधिकारियों के अनुसार टेंडर के बाद एग्रीमेंट की प्रक्रिया होते ही दिसंबर से तीनों ही जगह कार्य शुरू हो गया है। इन तीनों ही ओवरब्रिज को पूरी तरह से बनाकर तैयार करने 18 महीने की समय सीमा रखी गई है।  

कहां कितनी लागत से बनेंगे तीन ब्रिज 

हाउसिंग बोर्ड: फाटक क्रमांक104 हाउसिंग बोर्ड रोड पर बनने वाला ओवर ब्रिज 25 करोड़ की लागत से बनेगा। 700 मीटर लंबाई और 15 मीटर मीटर चौड़ाई वाले ओवर ब्रिज से निकलने वाले करीब 50 हजार से ज्यादा लोगों को लाभ मिलने से इंकार नहीं किया जा सकता है।

फंदा फाटक: फंदा फाटक क्रमांक 107 पर बनने वाला ओवरब्रिज करीब 28 लाख की लागत से बनेगा। 700 मीटर लंबा और 15 मीटर चौड़ाई वाले इस ओवरब्रिज पर 12 मीटर चलने के लिए जगह रहेगी। वहीं डेढ़-डेढ़ मीटर के दोनों साइड फुटपाथ की जगह छोड़ी जाएगी। इस जगह पर लोग पैदल भी आसानी से आना जाना कर सकेंगे। यह ओवरब्रिज सीहोर  के अलावा आसपास के करीब 15 से ज्यादा गांव के लोगों के लिए फायदेमंद साबित होगा।

तूमड़ा फाटक: फाटक क्रमांक 108 पर 29 करोड़ की लागत से ओवर ब्रिज का निर्माण होगा। यहां भी 700 मीटर लंबा और 15 मीटर चौड़ाई वाला ओवर ब्रिज का निर्माण होगा। यह आरओबी सीहोर और भोपाल जिले की सीमा पर बन रहा है। इससे समझा जा सकता है कि यह सीहोर व भोपाल दोनों जिलों के लोगों के लिए काफी हद तक बहुत महत्वपूर्ण साबित होगा। इस संबंध में ब्रिज कॉपरेशन के सब इंजीनियर कैलाश वर्मा का कहना है कि तीनों आरओबी निर्माण कार्य शुरू हो गया है। मार्किंग हो चुकी है,  निर्माण एजेंसी को 18 महीने में आरओबी बनाने की समय सीमा दी गई है।