यूक्रेन पर रूसी सेना युद्ध के तीसरे दिन एक बार फिर अपना आक्रमण तेज किए हुए है। इधर यूक्रेन को इस भीषण युद्ध में फ्रांस का साथ मिला है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रान के साथ फोन पर बात की जिसके बाद उन्होंने यूक्रेन का साथ देने का भरोसा दिया है। राष्ट्रपति जेलेन्सकी ने ट्वीट कर कहा कि, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के साथ बात हुई है, हमारे सहयोगियों से हथियार और उपकरण यूक्रेन के रास्ते में हैं। युद्ध विरोधी गठबंधन अब काम कर रहा है। दूसरी ओर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने एक कार्यक्रम में चेताते हुए कहा कि, यह युद्ध अभी आगे चलेगा, यह संकट रहेगा और इसके साथ आने वाले सभी संकटों के स्थायी परिणाम होंगे।

भारतीयों को निकालने के लिए 3 टीमों का गठन

यूक्रेन संकट के बीच भारतीय छात्रों को निकालने के लिए सरकार अपनी पूरी कोशिश कर रही है। इधर, पोलैंड में भारत की राजदूत नगमा मलिक ने बताया कि दूतावास ने तीन टीमों का गठन किया है जो फंसे हुए भारत एन छात्रों को स्थानांतरित करने में सहायता करेगी। इन टीमों में से एक लविवि में है। उन्होंने बताया कि सभी फंसे हुए छात्रों के लिए पोलैंड की सरकार यात्रा को आसान बनाने के लिए पुरजोर कोशिश कर रही है।

सीजफायर पर बात करने को तैयार है यूक्रेन

यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेन्सकी के प्रवक्ता ने कहा है कि आज रात रूस राजधानी कीव को दहलाने की कोशिश कर सकता है। अब यूक्रेन सीजफायर व शांति के लिए सहमत है। शुक्रवार को सोशल मीडिया पर प्रवक्ता सर्गी नाइकाइफोरोव  ने कहा कि बातचीत के लिए समय और स्थान के चुनाव को लेकर रूस व यूक्रेन के बीच वार्ता जारी है। उन्होंने कहा, 'यूक्रेन सीजफायर के बारे में बातचीत के लिए तैयार है।' राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने तो यहां तक कह दिया कि अब उनकी सेनाएं चार दिन तक ही राजधानी कीव को बचा पाएंगी, क्योंकि कब्जे की लड़ाई उसके नजदीक आ गई है।