भोपाल। मध्य प्रदेश में एक तरफ  3 दिसंबर को होने वाली विधानसभा चुनाव की मतगणना इंतजार कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा की फायर ब्रांड नेता उमा भारती ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उमा ने सूबे की सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान पर जमकर हमला बोला है। उमा ने  गुरुवार को  राजधानी में प्रेस कान्फे्रंस में कहा कि प्रदेश में चल रहे अवैध खनन और शराब माफिया को लेकर खुद की पार्टी की सरकार की ही घेराबंदी कर दी है।
उमा भारती ने कहा, अवैध खनन, शराब माफिया और बिजली माफिया के पनपने को लेकर सबसे बड़ी गड़बड़ी तो सरकार में बैठे लोगों की होती है। इसके लिए किसी एक एक राज्य की बात नहीं करूंगी। उन्होंने भाजपा को आगाह किया कि पार्टी के खर्चे पर कंट्रोल करना भी जरूरी है। नहीं तो आप का वही हाल होगा जो 2003 में कांग्रेस का हुआ था। अब कुशाभाऊ ठाकरे, राजमाता सिंधिया, अटल जी, आडवाणी जी जैसा काम करना होगा।
उमा भारती आगे कहां कि मैं चाहूंगी कि मोदी जी 50 साल तक मोदी प्रधानमंत्री बने रहें।  मुझे ऐसा लगता है कि मोदी जी इस देश को 10 साल तक उनके एक भी मंत्री पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लग पाया है। ये देश और भाजपा ेक लिए एक बड़ी उपलब्धि है। पीएम मोदी मोदी ने मेरी गुरु से मेरी शिकायत की थी। कि उमा ने मेरा साथ नहीं दिया संकट की घड़ी में साथ नहीं दिया थाी। उन्होंने कहा कि मोदी जी आपके लिए कभी भी संकट की घड़ी नहीं आएगी,अगर आएगी तो मैं सबसे पहले खड़ी रहूंगी।
उमा भारती का छलका दर्द
हम बता दें कि एक साल पहले भी उमा भारती प्रदेश में चल रही शराब दुकानों को लेकर भी सरकार के खिलाफ आंदोलन और शराब दुकानों पर सांकेतिक हमला कर चुकी हैं।  इसी को लेकर एक बार फिर उमा का दर्द छलका है। उन्होंने कहा कि शराब की बोतल पर पत्थर मारना मेरा अपराध था। अब मैं खनन के खिलाफ आंदोलन करूंगी।  मैं सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री से खनन पर अकेले में बात करूंगी। मैं शहडोल में मारे गए पटवारी की प्रसन्न सिंह की बेटी के लिए हमेशा खड़ी हूॅ।